नीट में पास होने के लिए कितने नंबर होने चाहिए?

प्रत्येक वर्ष लाखों छात्र ने परीक्षा में बैठते हैं सभी लोगों का एक सपना होता है की हम परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त करें और परीक्षा उतीर्ण मे एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करें परन्तु क्या आपको यह पता है। कि नीट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए? और नीट का पेपर कितने नंबर का होता है?

इस प्रकार के प्रश्नों का जवाब अधिकतर छात्रों को नहीं पता होता है अपनी परीक्षा का आयोजन एनडीए मैं अपना भी टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से कराया जाता है। और उसी टेस्ट के आधार पर छात्रों को एमबीबीएस और बीडीएस कॉलेज में प्रवेश पाने का अवसर प्राप्त होता है जिसमें कटऑफ के माध्यम से छात्रों को न्यूनतम नम्बर प्राप्त करना जरूरी होता है वही न्यूनतम नम्बर पर छात्रों को एडमिशन मिलता है नीट परीक्षा में हर साल 15 से 16,00,000 के करीब छात्र एक सपना लेकर बैठते है।

परंतु उन छात्रों में से कुछ ही छात्रों के सपने साकार हो पाते हैं जो छात्र परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं वह अपनी पढ़ाई कंटिन्यू रखते हैं और अगले साल फिर से परीक्षा में मौजूद होते हैं और फिर से परीक्षा देते हैं यह परीक्षा प्रत्येक साल आयोजित की जाती है इसमें हर बार छात्रों को बढ़ोतरी होती है।

छात्र आवेदन करते हैं और परीक्षा देते हैं उन्हीं में से बहुत सारे छात्र यह जानना चाहते है की नीट परीक्षाको पास करने के लिए कितने नम्बर की जरूरत होती है तो चलिए हम आपको इस प्रश्न का भी उत्तर इस आर्टिकल में बता रहे हैं तो आप इस आर्टिकल को विस्तारपूर्वक से पढ़ें।

नीट में पास होने के लिए नंबर चाहिए?

नीट की परीक्षा पास करने के लिए कोई निश्चित नंबर नहीं होता है कि इतना ही नंबर लाने पर पास ही होंगे नीट एग्जाम पास करने के लिए कट ऑफ काफी जरूरी है इसी बेसिस पर छात्र नेट का एग्जाम पास करते हैं जो प्रत्येक साल बढ़ता घटता रहता है।

नीट एग्जाम पास करने पर सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में प्रवेश मिलता है प्राइवेट कॉलेज में सीट के अनुसार छात्रों का प्रवेश लिया जाता है वहीं सरकारी कॉलेज में सीट के मुताबिक प्रवेश मिलता है परंतु सरकारी कॉलेजों में प्रवेश लेने का कट ऑफ अधिक हो जाता है।

वही प्राइवेट कॉलेजों सरकारी के मुकाबले कम होता है उसी नंबर के आधार पर सरकारी या प्राइवेट कॉलेज में नीट उत्तीर्ण छात्रों का एम बी बी एस और बीडीएस में प्रवेश करने का अवसर मिलता है उसके बाद एमबीबीएस में प्रवेश पाने का अवसर मिलता है उसके पश्चात् बीडीएस कोर्स की पढ़ाई पूरी करनी पड़ती है कोर्स पूरा होते ही एक डॉक्टर की डिग्री प्राप्त हो जाती है।

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Neet एग्जाम पैटर्न

  1. मिनट ऑफलाइन एग्जाम होता है।
  2. इसमें 180 प्रश्न होते हैं।
  3. एग्जाम हिंदी और इंग्लैंड तथा नौ क्षेत्रीय भाषाओं में किया जा सकता है।
  4. आप किसी क्षेत्रीय भाषा का चुनाव भी कर सकते हैं जब आप सम्बन्धित स्टेट से एग्जाम दे रहे हैं मतलब तमिल भाषा से एग्जाम देने के लिए आपको तमिलनाडु का कोई सेंटर लेना होगा।
  5. एग्जाम के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है।
  6. सही उत्तर के लिए चार अंक मिलते हैं। और गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाता है।
  7. ऊपर दिए गए चारों सब्जेक्ट के 45 -45 प्रश्न होते हैं।

नीट एग्जाम कौन दे सकता है?

  • किसी भी विषय के साथ बारहवीं पास की है।
  • जिनके मिनिमम नंबर 50% है।
  • आरक्षित वर्ग के लिए 40% मिनिमम नंबर होना चाहिए।
  • उम्र सीमा 17 से 25 साल होनी चाहिए।
  • आरक्षित वर्ग को अधिकतम उम्र में पांच वर्ष की छूट दी जाती है।
  • उम्मीदवारों के पास आधार कार्ड होना जरूरी है।

निष्कर्ष = आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है की नीट परीक्षा में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए तथा नीट एग्जाम कौन दे सकता है और नीट एग्जाम के पैटर्न क्या होते है? उम्मीद है पोस्ट आपको पसंद आई होगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।