Agriculture Input Grant Scheme 2020 कृषि इनपुट अनुदान योजना 2020

भारत की लगभग 60% से भी अधिक की जनसंख्या प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से खेती पर ही आश्रित होती है। इसके साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का देखा जाए तो कृषि का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। देश की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए सरकार कृषि कार्य में आने वाली सुविधाओं को दूर करने के लिए समय-समय पर बहुत सी योजनाएं चलाती रहती है। ताकि किसानों को इन योजनाओं के द्वारा अपनी सभी समस्याओं का समाधान मिल सके। हाल ही में सरकार के द्वारा चलाई गई योजना कृषि इनपुट अनुदान 2020 को शुरू किया गया है..

सरकार के द्वारा किसानों की फसलों को प्राकृतिक आपदा की वजह से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के द्वारा सब्सिडी प्रदान सरकार के द्वारा की जाती है। कृषि इनपुट योजना का संचालन केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा किया जाता है। कृषि इनपुट के अंतर्गत भारत सरकार के अधिसूचित प्राकृतिक आपदाओं एवं राज्य सरकार के द्वारा इसे आपदाओं के निर्धारित सहायता डीबीटी के माध्यम से सरकार के द्वारा फसलों के नुकसान भरपाई हेतु अनुदान देने की व्यवस्था को कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के अंतर्गत शुरू किया गया है।

आइए जानते हैं क्या है यह सरकारी अनुदान योजना 2020 इसके अलावा कृषि इनपुट योजना कब शुरू की गई थी। कृषि इनपुट योजना के अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाता है। योजना के लिए जरूरी दस्तावेज, योग्यता इन सभी की जानकारी आपको इस लेख में देने जा रहे हैं। इसीलिए अंत तक जरूर हमारे इस लेख को पढ़ें।ताकि आपको भारत सरकार के द्वारा चलाई गई कृषि इनपुट योजना के बारे में जानकारी मिल सके।

आप सभी की जानकारी के लिए बता देते हैं कि आज हमारे देश के बहुत से राज्य ऐसे हैं जो खेती के ऊपर पूरी तरह निर्भर होते हैं और किसानों की फसलों को कभी-कभी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से बहुत नुकसान सहना पड़ता है। जिसकी वजह से किसानों ने तो कई बार आत्महत्या का प्रयास भी कर लिया है।

इन्हीं सब परेशानियों को देखते हुए सभी राज्य सरकारों के द्वारा कृषि इनपुट अनुदान योजना 2020 को शुरू किया गया है। इस योजना में वर्षा आंधी तूफान ओलावृष्टि से फसल को नुकसान होने पर सरकार के द्वारा प्रति हेक्टेयर भूमि के हिसाब से अधिकतम ₹13500 की सहायता अनुदान के रूप में दी जाएगी।

क्या है कृषि इनपुट सब्सिडी योजना

 इस योजना के द्वारा किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की पूरी भरपाई राज्य सरकार के द्वारा होगी। सबसे अधिक जो फसलों को नुकसान पहुंचता है वह भारत के बिहार राज्य में पहुँचता है। अर्थात इस योजना की शुरूआत बिहार से की गई थी।

डीबीटी बिहार कृषि इनपुट सब्सिडी योजना भारत सरकार के द्वारा अधिसूचित प्राकृतिक आपदाओं एवं राज्य सरकार के द्वारा स्थानीय आपदाओं के अधीन निर्धारित सहायता मापदंडों के अनुरूप इस योजना का लाभ दिया जाएगा।

कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के अंतर्गत राज्य के जो भी किसान हैं उनको अपनी फसल के नुकसान के लिए ₹6800 की प्रति हेक्टेयर और सिंचित क्षेत्र वालों को ₹13500 प्रति हेक्टर तथा कृषि योग्य भूमि जहां पर बालू का जमाव 3 से ज्यादा का है वहां ₹12200 की दर से सहायता राशि दी जाएगी।

कृषि इनपुट अनुदान योजना का उद्देश्य

आप सभी लोग बहुत अच्छे से जानते हैं राज्य के ऐसे बहुत से लोग हैं जो पूरी तरह खेती पर निर्भर होते हैं। उन सभी लोगों को जब प्राकृतिक आपदाओं की वजह से अपनी फसलों की लिए बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। इन सब समस्याओं की वजह से कई किसान तो आत्महत्या भी कर लेते हैं तो केंद्र सरकार में राज्य सरकार के सहयोग से कृषि इनपुट अनुदान योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना में जो प्राकृतिक आपदाओं की वजह से किसानों को नुकसान हुआ है, उसके लिए सरकार के द्वारा ₹13500 की सहायता राशि किसानों को दी जाएगी।

बिहार इनपुट सब्सिडी योजना के लाभ

बिहार इनपुट सब्सिडी योजना से मिलने वाले लाभ निम्न प्रकार से है…

  • इस योजना के अंतर्गत सिंचित क्षेत्र में फसल के लिए 68 ₹100 प्रति हेक्टेयर और जो सिंचित क्षेत्र के किसान हैं उनको ₹13500 का अनुदान सहायता राशि सरकार के द्वारा दी जाएगी।
  • कृषि योग्य भूमि जहां पर बालू या सिस्टर का जमाव 3 इंच से ज्यादा का है उन लोगों के लिए ₹12200 प्रति हेक्टेयर की भूमि से सहायता राशि मिलेगी।
  • एक किसान अधिकतम 2 हेक्टेयर भूमि के लिए इस योजना का लाभ ले सकता है।
  • बिहार इनपुट कृषि अनुदान योजना के द्वारा इस योजना से कम से कम ₹1000 की सहायता राशि किसानों को मिलेगी।
  • कृषि इनपुट सब्सिडी योजना में जो सब्सिडी की राशि है वह डीबीटी के द्वारा दी जाएगी ऐसी स्थिति में आपके बैंक के खाते में आधार कार्ड के द्वारा भेज दिया जाएगा जो भी इच्छुक लाभार्थी है और इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • योजना का लाभ लेने के लिए सबसे पहले आपको यह देखना होगा कि आपका जो जिला है वह सूखाग्रस्त घोषित हुआ है या फिर नहीं हुआ इसकी जानकारी अपने ब्लॉक में जाकर आप प्राप्त कर सकते हैं।

बिहार कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के लिए डॉक्यूमेंट

बिहार इनपुट कृषि सब्सिडी योजना के लिए कुछ महत्वपूर्ण कागजातों की आवश्यकता पड़ती है जिनकी जानकारी कुछ इस तरह से है..

  • जो भी इच्छुक लाभार्थी है वह बिहार राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
  • किसान के पास खेती करने के लिए भूमि का होना अनिवार्य है।
  • बटाईदार के पास वास्तविक खेतिहर खुद की भूमि की स्थिति और उसके कागजातों के साथ में सुबह घोषणा पत्र संलग्न करना जरूरी है।
  • खेती के सभी कागजात
  • किसान के पास में एलपीजी/ जमीन /रसीद /वंशावली /जमाबंदी /विक्रय पत्र होना जरूरी है।
  • खुद का मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो

बिहार कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

बिहार कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के लिए रजिस्ट्रेशन जो भी चूक लाभार्थी करना चाहते हैं वह ऑनलाइन कुछ इस तरह से कर सकते हैं..

  • सबसे पहले आपको प्रत्यक्ष लाभ अंतरण कृषि विभाग बिहार सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट को ओपन करना होगा और होमपेज को खोलना होगा।
  • होम पेज पर आपको ऑनलाइन आवेदन का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर आपको कृषि इनपुट अनुदान के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • अब आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा उसमें किसान रजिस्ट्रेशन की संख्या को भरना होगा और सर्च के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • आगे आपको नेक्स्ट पेज पर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। उनको पढ़कर सर्च के ऑप्शन पर वापस क्लिक करना होगा और रजिस्ट्रेशन फॉर्म ओपन हो जाएगा।
  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको आपका नाम आगे पता आधार कार्ड नंबर पंचायत किसान की श्रेणी d.o.b. पिता का नाम यह सभी जानकारियों को विस्तार पूर्वक व सही तरीके से भरना होगा।

आवेदन पत्र भाग two

  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म के दूसरे भाग में आपको किसानों को अपनी पूरी की पूरी जानकारी जैसे भूमि का क्षेत्रफल किसान का प्रकार फसल के नुकसान होने का कारण इन सभी का विवरण भरना होगा।
  • फॉर्म के तीसरे पेज में किसानों को उपलब्ध कराई गई खेती योग्य भूमि की पूरी जानकारी भरनी होगी और उसके बाद घोषणा भाग को फिल करना होगा। फिर आपको ओटीपी के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी जाएगा। उसको आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म में भरना होगा।
  •  किसानों को वह स्व घोषणा पत्र का चयन करना अनिवार्य है। उसमें यह देखना होगा कि आपके द्वारा अपलोड किए गए दस्तावेज अपलोड किए हैं या फिर नहीं किए।
  • इस तरह से अपना रजिस्ट्रेशन फॉर्म ऑनलाइन आप जमा करवा सकते हैं आपको वहां से रजिस्ट्रेशन संख्या मिल जाएगी की संख्या को आपको सुरक्षित रखना पड़ेगा।

निष्कर्ष

आज हमने इस पोस्ट में आपको “बिहार कृषि इनपुट योजना 2022 के” विषय में जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि जो भी इंफॉर्मेशन आपको इस लेख में प्रदान किए गए वह आपको जरूर पसंद आएगी। अगर आप इसी तरह की जानकारियों से जुड़ना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर कंटिन्यू विजिट कर सकते हैं। आपको हमारा लेख पसंद आया तो कमेंट करके एक बार जरूर बताये।