दोस्तों क्या आप भी BDC का फुल फॉर्म और इससे जुड़े सभी जानकारी जानना चाहते हैं हमने यह पोस्ट बीडीसी फुल फॉर्म आपको बीडीसी Election से जुड़ी जानकारी प्रदान करने के लिए लिखा हमारा देश भारत बहुत सारे राज्यों में बंटा हुआ हैl
सभी राज्यों बहुत सारे जिले में विभाजित किया गया है और हर जिला हजारों गांव को समेटे हुए है इन्हीं गावों के विकास कार्यो को कराने की जिम्मेदारी और उन कार्यों को देखभाल करना के लिए प्रधान और बीडीसी का चुनाव कराया जाता हैl
चुनाव को जीतने के बाद प्रधान को गांव का मुखिया माना जाता है वही बीडीसी का चुनाव जीतने वाले व्यक्ति को भी गांव की बहुत सारे जिम्मेदारियां सौंपी जाती है जिनके मुताबिक उन्हें गांव में बहुत सारे विकास कार्यों को करना होता है हर गांव में बीटीसी का चुनाव कराया जाता है।
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बीडीसी का फुल फॉर्म
BDC Full form “ Block Development Council ” है हमने इस आर्टिकल में बीटीसी फुल फॉर्म और बीडीसी इलेक्शन से जुड़े सभी जानकारी प्रदान की है यदि आप ईडीसी इलेक्शन इन हिंदी को विषय में अधिक जानना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े।
BDC चुनाव प्रक्रिया (BDC Election Process)
बीडीसी चुनाव के लिये सात रन चुनाव प्रक्रिया है जो राज्य सरकार के निर्वाचन आयोग के माध्यम से कराया जाता है इस प्रक्रिया से ग्राम सभा की जनता सीधे रूप से भाग लेती है इसके लिए एक व्हाट निश्चित होते हैl
इसी के अंतर्गत आने वाले बोट्स ही इसमें भाग ले सकते हैं एक ग्राम पंचायत में एक से अधिक बीडीसी हो सकते हैं इसे चुनावी प्रक्रिया जीतने वाले उम्मीदवार को बीडीसी माना जाता है।
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BDC क्या है?
भारत एक काफी विशाल देश है जिसमें 28 राज्य एवं 8 केंद्र शासित प्रदेश है और इन सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में सैकड़ों जिले हैं और इनमें हजारों गांव है तथा उन गांव में भी अलग अलग वार्ड होते हैंl
तो भारत सरकार के माध्यम से गाव में विकास के लिए एक क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव किया जाता है और जो यह चुनाव जीत जाते है उन्हे बीडीसी (Block Development council) कहते है BDC प्रत्येक वार्ड से होता है तो ऐसे में ग्राम पंचायत में अनेक block डेवलपमेंट council हो सकती हैl
BDC बनने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- बीडीसी बनने के लिए उम्मीदवार उसी गांव का होना चाहिए जिस जगह के लिए वह आवेदन कर रहा है।
- SC, ST व OBC वर्ग के प्रत्याशी के पास आयु प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- बीडीसी बनने वाले उम्मीदवार के पास पैनकार्ड वे आधार कार्ड का होना आवश्यक होता है।
- बीडीसी बनने के लिए प्रत्याशी के पास चरित्र प्रमाण पत्र होना जरूरी है।
- नामांकन के लिए प्रत्याशी के पास आयु प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- उम्मीदवार के पास बैंक पासबुक अपना मोबाइल नंबर एवं ईमेल आईडी होना चाहिए।
BDC के कार्य
अपने ब्लॉग व गांवों के विकास से जुड़ी प्रत्येक ची़ज देखना पीडीसी के काम होता है यदि आप बारीकी से बीडीसी का काम समझना चाहते हैं तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें-
- कृषि, ग्रामीण विकास, पशुपालन, भेड़ पालन सामाजिक वानिकी, शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े सरकारी योजनाओं को अपना गांव तक पहुंचाना और ग्रामीणों को उसका लाभ दिलवाना बीडीसी का काम होता है।
- BDC अन्य कामों गांव तक पहुंचाना जो जिला योजना एवं विकास बोर्ड के माध्यम से बीडीसी को सौंपा गया है। गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम जैसे कि एकत्रित ग्रामीण विकास कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार कार्यक्रम व ग्रामीण भूमिहीन रोजगार गारंटी कार्यक्रम इत्यादि कार्यान्वयन की देखभाल करना और ग्रामीणों को उनके विषय में बताना वीडीसी की जिम्मेदारी होती है।
BDC बनने की योग्यता
किसी भी क्षेत्र मे किसी पद पाने के लिए कुछ अनिवार्य योग्यतां को निर्धारित किया जाता है परन्तु दिलचस्प बात यह है की बीडीसी बनने के लिए अभी तक राज्य निर्वाचन आयोग के माध्यम से किसी भी प्रकार की योग्यता की निर्धारित नहीं किया गया है हालांकि कुछ प्रदेशों की सरकार बीडीसी बनाने के लिए निर्धारित योग्यता पर विचार कर रही है।
निष्कर्ष = आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि बीडीसी का फुल फॉर्म क्या होता है तथा बीडीसी क्या और बीडीसी बनने के लिए आवश्यक दस्तावेज तथा इसके कार्य और इसके योग्यता क्या होती हैं? यह पोस्ट आपको पसंद आई होंगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।