Bharat Ka Sabse Bada Mandir Kha Hai?

भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं, जिसमे सभी धर्मों व अनेको जाति के लोग रहते हैं। सिंधु सभ्यता से ही भारत मे विशाल मंदिर पाए जाते हैं। जिनकी विशेषता का बखान शास्त्रो व तथ्य में किया जा चुका हैं। भारत को विश्वभर में हिन्दू धर्म व प्राचीन मंदिरों के कारण जाना जाता हैं। जिसके चलते हाल ही में अयोध्या में स्थापित भगवान श्री राम मंदिर का शिलान्यास भूमि पूजन के द्वारा सत्यापित किया गया। इसके अलावा काशी में भव्य काशी कॉरिडोर की स्थापना हुए। हिन्दू धर्म को सर्वोपरि बनाने के लिए कार्य किये जा रहे हैं, उन्हे देखते हुए भारत मे मंदिर निर्माणों की तरफ अधिक रुचि देखने को मिली हैं।

Bharat Ka Sabse Bada Mandir Kha Hai?

 हालांकि, भारत को सभी तक एक हिंदुराष्ट्र घोषित नहीं किया गया हैं। परंतु फिर भी भारत मे हिन्दू धर्म की अपनी एक अहम प्राथमिकता हैं। आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको भारत के सबसे बड़े मंदिर के विषय मे बताएंगे। तो बिना देरी किये शरू करते हैं, आज की इस पोस्ट को जिसमे भारत मे व्याप्त सभी विशाल मंदिरों के बारे मे जानकारी दी जाएगी। 

भारत का सबसे बड़ा मंदिर कौन सा हैं?

भारत दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं का हिस्सा होने के कारण समृद्ध इतिहास, अनगिनत मान्यताओं, परंपराओं और धर्मों के आसपास की किंवदंतियों का देश है। भारत देश के समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास पर गर्व करता है क्योंकि यह हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म की परंपराओं की जन्म भूमि है। भारत एक ऐसी भूमि है जहां विभिन्न धर्मों के लोग सद्भाव और भाईचारे से रहते हैं। हिंदू धर्म को दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है। अन्य धर्मों के विपरीत, हिंदू धर्म का कोई संस्थापक नहीं है, बल्कि यह धर्मों का एक संलयन है। विभिन्न प्राचीन पांडुलिपियों और विद्वानों ने धर्म को जीवन जीने के पारंपरिक तरीके के रूप में वर्णित किया है, एक ऐसा स्नातम धर्म है, जिसके अंतर्गत समूची हिन्दू संस्कृति वास करती है। 

इसके अलावा विषय मे ऐसे भी देश है,जहाँ पर हिन्दुओ की संख्या न के बराबर होने के बाद भी विशाल मंदिर स्थापित है। जी हाँ, हम बात कर रहे है कॉम्बोडिया देश की जहाँ पर विश्व का सबसे बड़ा मंदिर सटहपीत है। 

इस मंदिर को मुख्य रूप से अँकोरवाट के नाम से जाना जाता है। क्षेत्रफल की दृष्टि मे इस मंदिर का गहराव लगभग 400 एकड़ के आसपास फेला हुआ है। इसके अलावा अगर भारत के मंदिर की बात करे तो भारत का अब तक का सबसे बड़ा मंदिर तमिलनाडु के शहर तिरुचिपल्ली मे है। इस मंदिर को रंगनाथ स्वामी के नाम से जाना जाता है। एक आढ़भूत परिसर के चलते इसकी सीमा काफी विशाल दायरे मे फेली हुए है। दक्षिण भारत को मंदिरों के विषय मे अलग ही मान्यताप्राप्त है, जिस चलते यहाँ पर बड़े से बड़े मंदिर देखने को मिलते है। रंगनाथ स्वामी मंदिर भगवान विष्णु की आराधना के लिए स्थापित किया गया है। 

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इसके अलावा मंदिर की प्राचीनता को देखते हुए मंदिर को यूनेस्को के अंतर्गत पुरुष्करित किया गया है। दूर दराज से आए श्रद्धालु मंदिर की अपरमित सौन्दरिय को देखने की इकक्षा रखते है। भारत को सांस्कृतिक देश का प्रतीक माना जाता है। जिसके कारणवश यहाँ अनेक विशाल मंदिर है। रंगनाथ स्वामी के अलावा भारत मे ओर कौन कौन से विशाल मंदिर है। इसके बारे मे नीच चर्चा है। 

भारत के प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिर?

  • मीनाक्षी अम्मान मंदिर मदुराई 
  • ठिलाई नतारजह मंदिर 
  • बेलुरमठ कोलकाता 
  • श्रीपुरम गोल्डन टेम्पल वेल्लोर 
  • जगन्नाथ मंदिर पूरी 
  • जंबुकेश्वर मंदिर 
  • बिरला मंदिर दिल्ली 
  • अक्षरधाम मंदिर दिल्ली 

इसके अलावा हर एक मंदिर की अपनी विशेष पहचान है, जिसके चलते इन्हे विश्वस्तर पर अहम दर्जा दिया गया है। अगर अक्षरधाम दिल्ली की बात करे तो यह सबसे प्राचीन संस्थान स्वामी प्रमुख महाराज जी के नेत्रत्व मे बनाई गई है, जिसके BAPS के नाम से जाना जाता है। यह नहीं बल्कि ब्रिटिश संसद मे भी इस संस्थान के लिए विशेष सीट है। 

स्वामी नारायण अक्षरधाम मंदिर जो की विश्वीयपी मंदिरों मे से एक है, इस मंदिर की स्थापना के साथ साथ गुजरात मे भी इस मंदिर का भव्य निर्माण किया गया है। 

इसके अलावा दिल्ली मे बिरला मंदिर जो अपने आप मे एक विशाल मंदिर का स्थान रखता है। दिल्ली मे ऐसे पूजनीय मंदिरों का होना हिन्दू धर्म दर्शन के लिए एक बड़ा प्रतीक माना जाता है। साथ ही साथ दक्षिण भारत से आए दर्शनार्थी भी यहाँ के मंदिरों के बारे मे विस्तार दे जानकारी रखने के लिए हमेशा आशत रहते है। तो आशा करते है, आज की इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारत के विशाल मंदिरों के बारे मे जानकारी प्राप्त हुई होगी। ऐसी ही पोस्टों को पड़ने के लिए दिए गए लिंक्स पर क्लिक करके अधिक जानकारी ले सकते है।