Bharat ka sanvidhan भारत का संविधान

जैसा कि आप सभी लोग जानते है कि किसी भी देश के संविधान को सही तरीके से चलाने के लिए नियम और कानून की जरूरत तो होती ही है। जिससे कि देश में किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव ना हो शांति बनी रहे, बस इसी चीज को ध्यान में रखते हुए संविधान को बनाया गया था। सभी देशों का अलग अलग संविधान होता है। कई देशों के संविधान लिखित रूप में होते हैं, तो कई देशों के मौखिक रूप में जैसे भारत का संविधान लिखित है, और ब्रिटिश शासनन काल मे अंग्रेजो ने  हमारे देश मे करीब 200 साल तक राज किया था।

उनका संविधान मौखिक रूप है, वहां पहले से ही कुछ नियम है, जिनके आधार पर देश को चलाया जाता है। इन नियम और कानून को समय और तिथि के हिसाब से सांसद के द्वारा बदला जा सकता है,जैसे कि आप लोगों को पता ही है कि भारत का संविधान लिखित है, तो आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर भारत का संविधान लिखा किसने था। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले हैं कि संविधान आखिर है,क्या भारत का संविधान किसने लिखा भारत का संविधान के बारे में जानकारी…..

Bharat ka sanvidhan भारत का संविधान

आखिर होता क्या है ” संविधान”

 किसी देश की राजनैतिक, शासनिक सही रुप से चलाने के लिए कुछ नियम कानून बनाए जाते हैं।देश के द्वारा बनाए गए  नियम और कानून जिनसे देश का संचालन होता है, और लंबा कानून को सही संचालित रुप से चलाने को ही संविधान कहते हैं । संविधान में लिखा गया होता है कि देश की शासन व्यवस्था में कोनसे नागरिक को कौन से अधिकार दिए जाएंगे, सरकार के चुनाव कैसे किए जाएंगे, न्याय प्रक्रिया का क्या होनी चाहिए, ऐसे ही बहुत सारे नियम तथा कानून के बारे में हमारे भारतीय संविधान में लिखा गया है।

“भारत का संविधान”का इतिहास

ब्रिटिश सरकार के द्वारा भारत को 200 साल तक अपना गुलाम बनाए रखा था। इस गुलामी से सन 1947 में भारत ब्रिटिश सरकार के चंगुल से पूरी तरह आजादी मिली थी। उसके  बाद सभी भारत वासियों को खुद के अपने कुछ नियम कानून बनाने की जरूरत पड़ी। जिनसे सभी देशवासी को उनके कर्तव्य और अधिकार बराबर मिल सके और देश में शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके।इसके अलावा देश को सही तरीके से प्रगति के रास्ते पर आगे तक ले जाया जा सके।

इसलिए संविधान को सुचारू बनाने के लिए  डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का चुनाव किया गया। उन्होंने अलग अलग सभी देशों के संविधान को पढ़ा और समझा। उसके बाद भारतीय संविधान को बनाने में हर संविधान में से कुछ कुछ नियम कानून के द्वारा संविधान को बनाना शुरू किया।

भारत का संविधान लिखा किसने ?

भारत का संविधान बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिखा गया था। भारतीय संविधान का फाइनल ड्राफ्ट तैयार करने के लिए अम्बेडकर को 2 साल 11 महीने 17 दिन लग गए थे।   संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहा जाता है। भारतीय संविधान हाथों से लिखा गया “लिखित संविधान” है। जिसे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा द्वारा हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में हाथ से लिखा गया है। इसे पूरे 6 महीने में लिखकर यह सविंधान तैयार किया गया था। 

भारत का सबसे बड़ा लिखित संविधान

भारत का संविधान हमारे देश का सबसे बड़ा लिखित संविधान माना जाता है। इसी के आधार पर आज हमारा देश संपूर्ण देशों में सबसे बड़ा गणतंत्र राज्य माना जाता है। हमारे भारतीय संविधान की धारा में 448 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियो को शामिल किया गया है। भारतीय संविधान को लागू करने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था।

हमारे देश की आजादी के बाद में पहली बार जनवरी 1948 में संविधान का पहला प्रारूप चर्चा के लिए संसद में सभी लोकसभा सदस्यों के सामने पेश किया गया था। 32 दिनों के अंदर तक लिखित संविधान पर 3 नवम्बर सन 1948 में चर्चा चली थी। इस अवधि के दौरान  भारतीय संविधान के अंतर्गत 7635 संशोधन प्रस्तावित किए गए थे। जिनमें से केवल 2443 संशोधन पर विस्तार से चर्चा की गई थी।

26 जनवरी को पूर्ण रुप से लागू हुआ “संविधान

भारत का संविधान पूरी तरह से 26 नवंबर सन 1949 को तैयार होने के बाद में यह संविधान की सभा के 284 सदस्यों के द्वारा पूर्ण रूप से 24 जनवरी 1950 को भारत के संविधान पर हस्ताक्षर कर दिए गए। इसके बाद भारतीय संविधान को पूरी तरह से 26 जनवरी सन 1950 के दिन भारत के संविधान के रूप में लागू कर दिया गया था। 26 जनवरी के दिन भारत के लिखित संविधान पर सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर कर रहे थे। उस दिन बहुत जोर की बारिश हो रही थी ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जैसे यह शुभ संकेत भारतीय संविधान के लिए हो।

हीलियम गैस में रखी है ” संविधान की मूल प्रति”

प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने संविधान को लिखने के लिए पैसे लेने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा बस संविधान के सभी पेज पर अपना नाम और आखरी पेज पर अपने नाम के साथ अपने दादाजी का नाम होना जरूरी है। भारतीय संविधान को अलग अलग चित्रों के द्वारा बनाया गया था। श्री आचार्य नंदलाल बोस ने संविधान के प्रस्तावना पेज को छोड़कर सभी पेज को चित्रों से सजाया है। इसके प्रीफेस पेज को राम मनोहर सिन्हा के द्वारा सजाया गया था। संविधान की हाथों से लिखी गई यह असली किताब भारतीय संसद की लाइब्रेरी में हिलियम से भरे केस में रखी गई है।

Conclusion

आज आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बताया भारत का संविधान क्या है, भारत का संविधान किसने लिखा तथा भारत के संविधान के बारे में कुछ रोचक तथ्य,आशा है आपके लिए यह जानकारी हेल्पफुल रही होगी। आप इसके बारे में हमारी कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट भी बता सकते है।