CID Ka Poora Nam Kya Hai? CID का फुल फॉर्म क्या है?

CID जिसके विषय मे आपने काफी बार सुना होगा व यदि आप सोनी चैनल देखते है, तो धारावाहिक के रूप मे भी देखा होगा। जी हाँ, सीआईडी विशेष तौर पर भारत की प्रमुख जांच एजेंसी मे से एक है। जो किसी भी अवेध गतिविधि पर नजर रख कर उसके बारे मे हर एक जरूरी जांच करती है। परंतु बहुत ही कम लोगों के इसके बारे मे जानकारी है, कि वास्तव मे सीआईडी है क्या? व इसका क्या कार्य है? आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे की सीआईडी का पूरा नाम अथवा इसकी फूलफॉर्म क्या है? तो चलिए शुरू करते है, आज की इस पोस्ट को ओर जानेंगे की सीआईडी क्या होता है? 

CID का पूरा नाम क्या है?

CID का पूरा नाम क्राइम इन्वेस्टगैशन डिपार्ट्मन्ट’ है।  जबकि हिंदी में इसका अर्थ है ‘अपराध निरीक्षण विभाग’। CID भारतीय राज्य पुलिस की एक अंतर्दृष्टि और जांच विंग है। यह सरकारी विभागों में से एक है जो पुलिस विभाग की मुख्य इकाइयों से संबंधित है। इसका नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) करते हैं। विभाग IGP (पुलिस महानिरीक्षक) द्वारा निर्देशित होता है। विभाग में अधिकारियों के विभिन्न पद हैं जो आमतौर पर नियमित पहेलुओ पर  काम करते हैं और उन्हें सीआईडी ​​अधिकारी या जासूस के रूप में जाना जाता है।

CID Ka Poora Nam Kya Hai? CID का फुल फॉर्म क्या है?

1929 में, अपराध जांच विभाग को विशेष शाखा- CID और अपराध शाखा- CID (CB-CID) में विभाजित किया गया था। विशेष शाखा विभिन्न कानून और व्यवस्था के मुद्दों जैसे आंदोलन, हड़ताल, प्रदर्शन आदि के संबंध में विभिन्न सांप्रदायिक, आतंकवादी, राजनीतिक, श्रमिक गतिविधियों के संबंध में खुफिया जानकारी एकत्र, एकत्रित और प्रसारित करती है। CID के विषय मे विस्तारित जानकारी प्राप्त करने के लिए आज की इस पोस्ट के अंत तक बने रहिए। 

CID का क्या कार्य है?

लोकप्रिय धारणा के बावजूद, भारतीय पुलिस के पास आपराधिक जांच विभाग या सीआईडी ​​के रूप में जाना जाने वाला एक विभाग है। हालाँकि, इसका मीडिया समकक्ष अधिक नाटकीय है। आमतौर पर, किसी राज्य का आपराधिक जांच विभाग राज्य पुलिस की खुफिया या जांच शाखा है। इसके अलावा, यह पुलिस को कुछ प्रकार के मामलों से निपटने में मदद करता है। शीघ्र ही, यह राज्य पुलिस विभाग के रूप में कार्य करता है, लेकिन अधिक उन्नत सुविधाओं के साथ।

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उपरोक्त अपराधों की जांच और जांच करना; परिस्थितियों की आवश्यकता के अनुसार उन्हें सलाह देना, सहायता करना या नियंत्रित करना। इसके अलावा, गंभीर अपराधों में, जब स्थानीय प्राधिकरण राज्य के महानिरीक्षक या सरकार के अनुमोदन से सीआईडी ​​की सहायता लेता है। CID विदेशी अपराधियों और स्थानीय पुलिस द्वारा सहायता के लिए अनुरोध किए गए ऐसे मामलों के बारे में जानकारी खोज कर स्थानीय पुलिस की भी सहायता करती है।

आपराधिक न्याय के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति के लिए CID अधिकारी सबसे अच्छा करियर विकल्प है। ये अधिकारी सरकार द्वारा सौंपे गए विशेष मामलों की जांच करते हैं। आपराधिक न्याय के क्षेत्र में या एक सीआईडी ​​अधिकारी के रूप में करियर बनाने के लिए जांच, अपराध, अभियोजन और आपराधिक खुफिया जानकारी के संग्रह से संबंधित मामलों को हल करने के लिए महत्वपूर्ण सोच, समस्या-समाधान और तर्क जैसे कौशल होना चाहिए।

CID ऑफिसर कैसे बने?

रोजगार दौड़ की इस यात्रा मे ऐसे अनेकों छात्र है, जो सीआईडी अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते है। अगर आप भी करिअर को लेकर सीआईडी जॉइन करना चाहते है, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान मे रखते हुए तयारी कर सकते है। 

  • आवेदक भारत का निवासी होना चाहिए। 
  • सीआईडी मे ऑफिसर या अन्य बड़े पद पर भर्ती होने हेतु कम से कम स्नातक होना जरूरी है। 
  • आवेदक की उम्र 20 से 27 वर्ष होनी चाहिए जबकि अन्य पिछड़ी जाती के लिए 3 से 5 वर्ष के लिए आयु मे छूट प्राप्त होती है। 
  • शारीरिक मापदंड के लिए आवेदक की आँख, व अन्य शरीर के अंग फिट होने अनिवार्य है। 
  • इसके अलावा जनरल नालिज, गणित के साथ साथ इंग्लिश पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए। 
  • आवेदक का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। 

सीआईडी ​​उम्मीदवारों के लिए कई संदेश उपलब्ध हैं। आपका प्रवेश-स्तर आपके ग्रेड द्वारा निर्धारित किया जाता है। CID में सहायक निरीक्षक सहायक के रूप में शामिल होने के लिए उम्मीदवार के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता कक्षा 12 पास है। यदि कोई सब-इंस्पेक्टर के रूप में शामिल होने की इच्छा रखता है, तो उसे स्नातक होना चाहिए। स्नातक भी एजेंट की स्थिति की आवश्यकता है। अपराध विज्ञान पाठ्यक्रम प्रकाशन के लिए एक अतिरिक्त लाभ है। भारत में कई विश्वविद्यालय अपराध विज्ञान में पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।

जबकि CID का आपराधिक न्याय विभाग मुख्य रूप से अपराध, जांच, अभियोजन और आपराधिक खुफिया से संबंधित है, क्राउन निदेशालय मुख्य रूप से विभिन्न गतिविधियों राजनीतिक, सांप्रदायिक, आतंकवादी और पेशेवर, और विभिन्न सार्वजनिक नीति के मुद्दों पर जानकारी एकत्र करने, संकलित करने और प्रसारित करने से संबंधित है। जैसे आंदोलन, हड़ताल, धरना आदि। सीआईडी भारत की गिनी चुनी बेहतर जांच एजेंसी मे से एक है।