Durga puja essay – जाने कैसे दुर्गा पूजा मनाते है

durga puja essay – भारत विभिन्न प्रकार के त्योहारों की वजह से जाना जाता है भारत में शायद ही कोई ऐसा होगा जो दुर्गा पूजा को नहीं जानता या उसे नहीं मनाता होगा आज हम भारत के एक प्रचलित त्योहार दुर्गा पूजा के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार और सरल तरीके से देने का प्रयास करेंगे। 

अक्षर छोटे बच्चों से दुर्गा पूजा पर निबंध लिखने को कहा जाता है दुर्गा पूजा का निबंध हमें दुर्गा पूजा के महत्व के बारे में समझाता है भारत में हर किसी को अपने त्यौहार के महत्व और उनकी पारंपरिक कहानी के बारे में पता होना चाहिए। आज durga puja essay के जरिए हम आपको दुर्गा पूजा के बारे में जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं जिसे पढ़ने के बाद किसी परीक्षा में पूछे गए निबंध को आप सही तरीके से लिख पाएंगे। 

durga puja essay

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जैसा की हमने आपको बताया भारत विभिन्न प्रकार के त्योहारों की वजह से जाना जाता है उसके प्रचलित त्योहारों में एक त्यौहार दुर्गा पूजा का भी आता है जिसे हर साल हम अक्टूबर के महीने में मनाते हैं यह एक बहुत ही प्रचलित त्योहार है जिस दिन भारत के अनेक जगहों पर भीड़ का अंबार जमा होता है और लोग हर्ष उल्लास के साथ दुर्गा माता की पूजा करते है। 

दुर्गा पूजा अच्छाई की बुराई पर जीत के लिए मनाया जाता है यही वह दिन है जिस दिन हिंदू देवी दुर्गा ने पृथ्वी से सभी राक्षसों का वध करके इंसान को सुरक्षित किया था। दुर्गा पूजा नारी शक्ति के रूप में भी मनाया जाता है दुर्गा शक्ति की देवी मानी जाती है इससे विभिन्न प्रकार की कहानियां भी जुड़ी हुई है। 

दुर्गा पूजा के दिन हम शक्ति की देवी की पूजा करते है और उनसे अपने जीवन के कार्यों के लिए शक्ति मांगते है। कई जगहों पर पंडाल बनाकर दुर्गा माता की मूर्ति रखी जाती है तो कई जगहों पर लोग अपने घर में दुर्गा माता की पूजा करते हैं इस दिन यज्ञ होता है और बहुत सारे जगहों पर जानवरों की बलि भी चढ़ाई जाती है। 

दुर्गा पूजा से जुड़ी कहानी

दुर्गा पूजा से भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग कहानियां फैली हुई है कुछ क्षेत्र में मान्यता है कि दुर्गा पूजा के दिन शक्ति की देवी का जन्म हुआ था इस वजह से यह पूजा मनाया जाता है तो भारत के कुछ क्षेत्र में महिषासुर के वध से दुर्गा के अवतार को जोड़ा जाता है। अलग-अलग कहानियों की बात करें तो सबसे प्रचलित कहानी यह कहती है कि महिषासुर नाम का एक राक्षस पूरे पृथ्वी पर हाहाकार मच आए हुए थे जिससे वरदान था कि कोई भी आदमी नहीं मार सकता इस वजह से सभी देवताओं ने शक्ति की देवी को बुलाया और महिषासुर से 10 दिन तक युद्ध करने के बाद दुर्गा ने दसवें दिन महिषासुर का वध किया जिससे दशहरे के रूप में मनाया जाता है। 

एक और कहानी जो दुर्गा पूजा से जुड़ी और बहुत अधिक प्रचलित है वह यह कहती है कि भगवान राम जब रावण से लड़ने गए थे तो 10 दिन तक रावण से लड़ने के लिए शक्ति की देवी की पूजा करते थे और उनसे लड़ने के लिए शक्ति मांगते थे अंत में रावण दसवें दिन मारा गया और उसे हम दशहरा के रुप में मनाते हैं। 

इस परंपरा से जुड़ी एक और कहानी यह कहती है कि हिमालय और मेनका की बेटी दुर्गा थी जो विश्व भर में शक्ति के प्रचार-प्रसार की वजह से जानी जाती थी आगे चलके वही सती और पार्वती के रूप में आइ, तो इस कहानी के अनुसार हिमालय और मेनका की बेटी दुर्गा का जन्म दुर्गा पूजा के दिन हुआ था इस वजह से हम दुर्गा माता की पूजा करते हैं जो शक्ति की देवी मानी जाती है। 

चाहे कहानियां कोई भी रही हो भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरह के लोग रहते हैं और अलग-अलग तरह की कहानियों को मानते हैं मगर सब का तात्पर्य यही है कि दुर्गा माता को शक्ति की देवी माना जाता है अर्थात हिंदू संप्रदाय के अनुसार औरत को शक्ति से संबोधित किया गया है और नारी शक्ति को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान समय में दुर्गा पूजा का महत्व अधिक बढ़ रहा है। 

दुर्गा पूजा कैसे मनाते हैं

भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरीके से दुर्गा पूजा मनाया जाता है भारत में पश्चिम बंगाल राज्य दुर्गा पूजा मनाने के लिए बहुत अधिक प्रचलित है इस राज्य में दुर्गा पूजा के दिन पंडाल बनाए जाते हैं और दुर्गा माता की पूजा की जाती है। 

दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल में दुर्गा माता की मूर्ति को रखा जाता है और यज्ञ किया जाता है। कई जगहों पर इस जग में बकरा और भैंस के बझड़े की बलि भी दी जाती है तो कई जगहों पर दुर्गा पूजा मेला भीड़ भाड़ और अलग-अलग तरह के लोगों के लिए चाट पकौड़ी खाने का स्थान है। दुर्गा पूजा एक हर्षोल्लास का त्यौहार है जिसे अक्टूबर के महीने में 10 दिन मनाया जाता है आखरी दिन दशहरा माना जाता है जिस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था कहीं जगहों पर इसके लिए रामलीला का आयोजन किया जाता है। 

हिंदू धर्म में दुर्गा पूजा और दशहरा को बहुत बड़ा त्यौहार माना जाता है इस दिन भारत का हर जगह चक्र मगा उठता है और हर तरह के धर्म से ताल्लुक रखने वाले लोग इस दिन अपने घर से बाहर निकल कर इस हर्षोल्लास का हिस्सा बनते हैं। 

निष्कर्ष 

उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आप दुर्गा पूजा के बारे में विस्तार पूर्वक समझ पाए होंगे किस प्रकार इस त्यौहार को भारत के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है यह इस लेख में समझाने का प्रयास किया गया अगर इसे पढ़ने के बाद आपको दुर्गा पूजा के संदर्भ में अच्छी जानकारी होती है तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव बेचारे किसी भी प्रकार के प्रश्न कमेंट में पूछना ना भूलें।