नवरात्रि पर निबंध। Eassey on navratri

हमारे हिंदू धर्म में सभी देवी देवता पूजनीय माने जाते हैं समय-समय पर अलग-अलग त्यौहार आते हैं। जिनमें अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा उपासना की जाती है। सबसे अधिक पूजा उपासना मां दुर्गा की हमारे देश में की जाती है। आज लाखों-करोड़ों भक्तों मां के मिलते हैं ऐसे कोई लोग नहीं है जो मां दुर्गा की आराधना नहीं करते हैं।

हमारे प्राचीन ग्रंथों में भी मां की उपासना का बहुत बड़ा विधान बताया गया है। आज हमारे देश मे सभी नारी देश में देवी माँ के समान पूजनीय मानी जाती हैं। इसलिए हमारे हिंदू धर्म के अनुसार नवरात्रों के 9 दिन माता की पूजा उपासना बड़े धूमधाम से होती है। इसलिए हिंदुओं का सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण त्यौहार नवरात्रि का त्यौहार होता है। जिसमें मां के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि हमारे देश के सभी हिस्सों में बड़े धूमधाम के साथ सभी लोग भिन्न भिन्न प्रकार से मनाते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा नवरात्रि के ऊपर निबंध लिखने जा रहे हैं। आइए जानते हैं..

नवरात्रि पर निबंध। Eassey on navratri

नवरात्रि पर निबंध हिंदी में

प्रस्तावना

नवरात्रि के त्योहार हर साल हिंदू महीनों के अनुसार पहला नवरात्र चैत्र मास में और दूसरा नवरात्रा अश्विन मास में मनाया जाता है। अगर अंग्रेजी महीनों के अनुसार बात करें तो मार्च-अप्रैल में और दूसरा नवरात्र सितंबर अक्टूबर के महीने में अक्सर मनाया जाता है। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की 9 दिन तक पूजा की जाती है। पहले नवरात्रि पर नवे दिन रामनवमी के रूप में मनाई जाती है, और साल की दूसरे नवरात्रे में 9 दिन नवरात्रि की पूजा करने के बाद दसवें दिन दशहरे के रूप में मनाया जाता है। 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा लोग बड़े धूमधाम के साथ में करते है।

मां दुर्गा के स्वरूपों का वर्णन

नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है आइए जानते हैं कौन कौन से स्वरूप मां दुर्गा के होते हैं

1.शैलपुत्री – नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री के स्वरूप की पूजा होती है। इनका जन्म हिमालय के घर में होने के नाम की वजह से शैलपुत्री पड़ा। माता शैलपुत्री की सवारी वृषभ है। मां शैलपुत्री को सौभाग्य में शांति की देवी भी माना जाता है। माता की पूजा अर्चना करने से सुख यश कीर्ति की प्राप्ति होती है।

2. ब्रह्मचारिणी – दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना नवरात्रि के पर्व पर की जाती है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप का आचरण करने वाली माता जिनके हम पूजा करके जिंदगी में तप करके आगे बढ़ने के लिए दुआ मांगते हैं।

3. चंद्रघंटा- चंद्रघंटा माता को सुंदरता की प्रतिमूर्ति के साथ में सूर्य देवी के रूप में भी जाना जाता है। इनकी पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है। माता के सर पर धारण अर्धचंद्र के कारण इनको चंद्रघंटा कहा जाता है।

4. कुष्मांडा देवी – कुष्मांडा देवी को सृष्टि की रचनात्मक देवी जी कहा गया है इनकी आराधना करने से व्यक्ति का मन सिद्धियों में नीतियों को प्राप्त कर लें और सभी शारीरिक रोगों को दूर करने वाला हो जाता है। इसके अलावा सुख समृद्धि धन की प्राप्ति भी होती है। चौथे दिन मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है।

5. स्कंदमाता – स्कंदमाता देवी कार्तिकेय की मां के रूप में जानी गई है इनका वाहन सिंह होता है। देवी को शक्ति का प्रतीक भी माना जाता है। इनकी पूजा आराधना करने से मन में व्यवहार में बदलाव आता है, और सभी भक्तों की सभी इच्छाओं की पूर्ति भी माता की पूजा करने से हो जाती है।

6. कात्यानी देवी – नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की आराधना होती है। इनको शक्ति का प्रतीक भी कहा जाता है और युद्ध की देवी भी कहते हैं।

7. कालरात्रि देवी – नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा होती है इनका रूप बहुत भयानक होता है। मां कालरात्रि सभी दोस्तों की बुराइयों का सर्वनाश करती है, और व्यक्ति की सभी बाधाओं को दूर करती है, और अपने भक्तों को हमेशा सुरक्षा प्रदान करती हैं।

8. महागौरी देवी – नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की आराधना की जाती है। मां गौरी सफेद रंग के वस्त्र में होती है। महागौरी की आराधना करने से बुद्धि व शांति मिलती है, और व्यक्ति की सभी मनोकामना की पूर्ति भी हो जाती है।

9. सिद्धिदात्री – नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है । इस  दिन को नवमी के रूप में भी मनाया जाता है। मां सिद्धिदात्री देवी सभी प्रकार की सिद्धियों को धारण करने वाली हैं, और इनको भगवान शिव की अर्ध शक्ति के रूप में भी जाना जाता है, कि अपने भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियां और उनके जीवन में सुख शांति बनाए रखती है।

भारत के प्रसिद्ध नवरात्रि का त्योहार मनाने वाले राज्य

नवरात्रि के दिनों में पूरे भारतवर्ष में पंडाल सजा कर मां दुर्गा की 9 दिन तक पूजा आराधना की जाती है और अंतिम दिन लोग भंडारा करते हैं। इसके अलावा बड़े-बड़े जागरण का आयोजन भी किया जाता है। भारत के सबसे प्रसिद्ध नवरात्रि मनाने वाले राज्यों में से पहला नाम पश्चिम बंगाल का आता है। पश्चिम बंगाल में मां दुर्गा की आराधना बहुत ही धूमधाम से की जाती है। इसके बाद गुजरात राज्य में मां दुर्गा की आराधना बड़े धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। यहां 9 दिन तक वहां पर डांडिया का आयोजन भी किया जाता है।

सबसे ज्यादा गरबा और डांडिया गुजरात राज्य में ही होता है। वैसे आज के समय की अगर बात करें तो संपूर्ण भारतवर्ष में डांडिया के बड़े-बड़े आयोजन किए जाते हैं। यहां 9 दिन सभी लोग खुशी और उल्लास के साथ दिन में मां की पूजा अर्चना करते हैं और रात्रि में डांडिया और गरबा का आयोजन करते हैं।

इसके अलावा तमिलनाडु कर्नाटक राज्य में नवरात्रि के दिनों में माता की छोटे छोटे स्वरूपों की मूर्तियां, गुड्डे गुड़ियों ओर घोड़े आदि की मूर्तियों को बाजार में शिर्डी के आकार में मंच पर सजाया जाता है। और फिर इनकी पूजा की जाती है, महाराष्ट्र में नवरात्रि के दिन को आयुध कहा जाता है। महाराष्ट्र के सभी लोग अपने-अपने घरों में दीप जलाकर माता की पूजा अर्चना करते है।

Conclusion

आज हमने इस आर्टिकल के द्वारा नवरात्रि पर निबंध के बारे में जानकारी दी है। अगर आपको यह जानकारी पसंद आए तो कमेंट हमें सेक्शन में जाकर कमेंट करके बता सकते हैं, और अन्य किसी भी जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट से भी जुड़े रह सकते हैं।