Fax Machine क्या है और कैसे किया जाता है?

Fax Machine एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है जिसका उपयोग करके कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने में अपने डॉक्यूमेंट को भेज सकता है इसका मूल रूप से उपयोग व्यापार में किया जाता था क्या आप जानते हैं फ़ैक्स और फ़ैक्स मशीन क्या है? Fax communication की दुनिया में सबसे सर्वश्रेष्ठ आविष्कारों में से एक है इसका भारत में तीव्रता से इस्तेमाल किया जा रहा है।

Fax Machine क्या है और कैसे किया जाता है?

यह भी टेलीफोन प्रणाली की तरह ही काम करता है इस मशीन का उपयोग एसटीडी टेलीफोन के साथ जोड़कर किया जाता है इस मशीन की मदद से कोई भी व्यक्ति विश्व के किसी भी स्थान में बैठकर डॉक्यूमेंट भेज या मंगवा सकता है इसलिए यह हम फ़ैक्स की परिभाषा के बारे में बात करेंगे यह सब काम काफी कम समय में ही हो जाता है।

इसमें लागत भी कम होता है तथा आपका काम भी तीव्रता से कुछ सेकेंड में हो जाता है इसमें बस एसटीडी और कागज का खर्चा भी होता है जो कि कम है फ़ैक्स का पूरा नाम “फार अवे ज़रोक्स” (“For Away Zerox ”) होता है इसमें इंटरनेट टेक्नोलॉजी का उपयोग होता है इस का उपयोग करने हेतु एक मशीन की आवश्यकता पड़ती है।

जिसे फ़ैक्स मशीन कहते हैं इस मशीन की मदद से ही फ़ैक्स भेजें और मंगवाए जा सकते हैं इसमें एक तरफ रखी मशीन में जो दस्तावेज़ भेजना है उसे डालकर फ़ैक्स नंबर डाला जाता है इसके पश्चात दूसरी तरफ जहाँ फ़ैक्स मशीन है और जिसे यह दस्तावेज़ भेजा गया है वहाँ इसकी फोटोकॉपी निकल जाती है।

फ़ैक्स मशीन क्या है? (Fax Machine information in Hindi) –

एक Fax Machine ऐसा डिवाइस है जिसका उपयोग डॉक्यूमेंट्स को electronically send करने हेतु होता है वह भी एक टेलीफ़ोन नेटवर्क के द्वारा से क्या आप जानते हैं फैक्स का मतलब क्या है? फ़ैक्स मशीन में जो Transmissions होते हैं जिन्हें send किया जाता है उसेFaxes” कहा जाता है फ़ैक्स का फुल फॉर्म Short For Facsimile होता है।

फैक्स का फुल फॉर्म Short For Facsimile यह प्रक्रिया दो Fax machine के बीच हो सकती है या एक फैक्स मशीन और कंप्यूटर के बीच होती है या ऑनलाइन फ़ैक्स सर्विस के माध्यम से होती है जो कि equipped होता है Faxes को सेंड और रिसीव करने के लिए फैक्स एक तकनीक होता है जो विद्युत संकेतों का उपयोग करती है।

यह टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बहुत ही लेटेस्ट कदम था यह एक ऐसी तकनीक होती है जो इंटरनेट का उपयोग करती है इसको यूज़ करने के लिए एक मशीन की आवश्यकता होती है जिसे फ़ैक्स मशीन कहते हैं इस तकनीक में फ़ैक्स मशीन की सहायता से डॉक्यूमेंट का आदान प्रदान किया जाता है इसमें डॉक्यूमेंट को इलेक्ट्रॉनिक फ़ॉर्मेट में बदल जाता है।

और फिर यह डॉक्युमेंट दूसरी फैक्स मशीन में ट्रांसफर होते हैं जहाँ यह फोटो कॉपी के रूप में निकाले जाते हैं यह सब काम इंटरनेट की सहायता से होता है यह मोबाइल टेक्नोलॉजी की तरह काम करता है मोबाइल में हम कहीं भी बैठे किसी से भी बात कर सकते हैं उसी तरह फ़ैक्स मशीन से कही पर भी डॉक्युमेंट्स को भेज और प्राप्त कर सकते हैं।

फ़ैक्स मशीन का आविष्कार कब हुआ था?

फैक्स मशीन का व्यापार के उद्देश्य से उपयोग 1865 में चालू हुआ था तथा इसके 11 साल बाद टेलीफोन का आविष्कार हो गया था पहली फैक्स प्रणाली को 1902 में प्रदर्शित किया गया था आज भी फैक्स मशीन का उपयोग किया जाता है परंतु बदलती टेक्नोलॉजी के चलते फ़ैक्स मशीन पतन की ओर अग्रसर होता है और इसका आगे कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा है।

तार और फ़ैक्स में अंतर

तार और फ़ैक्स में अंतर निम्नलिखित हैं-

  1. तार में संदेश 24 घंटे के भीतर पहुँच जाता था परंतु फैक्स में सन्देश कुछ सेकंड में पहुँच जाता है।
  2. तार में संदेश कागज के रूप में होता था जिसे किसी व्यक्ति के माध्यम से या डाक के माध्यम से भेजा जाता है जबकि फैक्स में सन्देश इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में होता है जिसे सामने बैठे आदमी कुछ ही सेकेंड में फोटो कॉपी के रूप में प्राप्त कर लेता है।
  3. तार यानी टेलीग्राफ सेवा अब अस्तित्व में नहीं है जबकि फ़ैक्स मशीन का उपयोग अब भी हो रहा है।

निष्कर्ष = आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि फ़ैक्स मशीन क्या है और कैसे किया जाता है तथा फैक्स मशीन का आविष्कार कब हुआ था और तार और फैक्स में अंतर क्या होता है? आज की हमारी यह पोस्ट आपकों पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।