आशा करता हूं कि आप सभी बहुत अच्छे होंगे। स्वागत है आप सभी का आज के हमारे इस आर्टिकल में, आज हम बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे की FIR ka full form होता है, सरल शब्दो में FIR ka full form First Information Report है और हम इस लेख में FIR से जुड़ी हर एक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
देखिए जब भी हमारे साथ या हमारे समाज में कुछ गलत हो रहा होता है तो हमारे मन में सबसे पहले यह विचार आता है कि पुलिस थाने जाकर FIR की जाए। बहुत ही curios टॉपिक है यह जिसके बारे में बचपन से सुनते आ रहे हैं पर आज हम इसके बारे में सब कुछ जानेंगे। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम सब के लिए इस विषय के बारे में जानना बहुत ही आवश्यक है।
आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि FIR ka full form क्या होता है , FIR क्या होता है, FIR कब करते हैं और FIR कैसे करते हैं । तो अगर आप भी FIR के बारे में सब कुछ जानना चाहते हैं तो बने रहिए हमारे साथ अंत तक आज के हमारी इस आर्टिकल में और FIR से जुड़ी हर एक जानकारी प्राप्त कीजिए।
Table of Contents
FIR ka full form
FIR ka full form First Information Report होता हैं।
आज के समाज में किसी की जान ले लेना, चोरी करना और किसी को नुकसान पहुंचाना ये सभी घटनाएं आम बन चुकी है। अगर किसी इंसान के साथ कोई संगेय अपराध होता है तो वह पुलिस थाने जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराता है और पुलिस उसकी शिकायत को एक लिखित दस्तावेज के रूप में लिखती है उसे ही FIR कहते हैं अर्थात किसी अपराधिक घटना के संबंध में पुलिस के पास कार्यवाह के लिए दर्ज की गई सूचना को FIR कहते हैं।
तो दोस्तों आप लोग सोच रहे होंगे कि इसे लिखना क्यों जरूरी है तो हम आपको बता दें कि आज के जमाने में किसी का कोई भरोसा नहीं इसलिए इसे एक proof के तौर पर लिखा जाता है। जब भी पुलिस FIR है तो इसका दो कॉपी बनाया जाता हैं जिसमें की एक कॉपी पुलिस खुद अपने पास रखती है और एक कॉपी जिसने FIR लिखवाई है उसे दी जाती हैं । अगर किसी व्यक्ति के FIR लिखवाने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो वह व्यक्ति आगे जाकर अदालत में इसकी शिकायत कर सकता है।
FIR के प्रकार
Fir के कुछ प्रकार होते है जिसके बारे में नीचे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है, उसे ध्यान पूर्वक पढ़े –
FIR चार प्रकार के होते हैं–
( 1) ऑनलाइन(online) FIR – :ऑनलाइन FIR में पीड़ित व्यक्ति कॉल, मैसेज और ईमेल के द्वारा अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
(2)क्रॉस(Cross) FIR– :क्रॉस FIR में एक ही घटना के दोनों पक्षकार अपनी अपनी शिकायत एक दूसरे के खिलाफ दर्ज करा सकते हैं।
(3) जीरो (Zero)FIR–: अगर घटनास्थल से दूर जाकर किसी दूसरे थाना क्षेत्र के अंदर FIR लिखाई जाती है तो उस FIR के पहले जीरो लगा दिया जाता है उसे zero FIR कहते हैं।
(4) मल्टीपल (Multiple) FIR: – एक ही घटना के 1 से अधिक जगह अगर एफ आई आर की जाती है उसे मल्टीपल FIR कहते हैं।
FIR कब करते हैं??
अपराध दो प्रकार के होते हैं पहला तो संगेय् अपराध अर्थात कॉग्निजेबल ऑफेंस और असंगेय अपराध नॉन कॉग्निजेबल ऑफेंस, संगेय अपराध जैसे कि मारपीट ,किसी की जान ले लेना , बलात्कार, चोरी, जान से मारने कि धमकी इसमें पुलिस तुरंत FIR लिखतीं हैं।
जब किसी व्यक्ति के साथ किसी भी तरह का कोई भी अपराध होता हैं तो वह व्यक्ति अपने क्षेत्र के पुलिस थाने में जाकर FIR लिखवा सकता है। एक बार एफ आई आर हो जाने के बाद पुलिस इस मामले की कानूनी तरीके से जांच करने के लिए बाध्य होती है।
FIR में आपका नाम पता date रिपोर्टिंग आदि अन्य सभी जानकारी होनी चाहिए। FIR में आपको कोई भी जानकारी को तोड़ मरोड़ कर नहीं बताना चाहिए।
FIR कैसे करते हैं
दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 के सेक्शन 154 में FIR का जिक्र है। जब भी आपके साथ या आपके आसपास या आपके समाज में कोई भी अपराध हो और आप उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना चाहते हैं तो आप अपने नजदीकी पुलिस थाना क्षेत्र में जाकर FIR दर्ज करा सकते हैं । जब आप FIR कराते हैं तो आपका यह हक बनता है कि पुलिस उसे एक बार पढ़कर आपको सुनाए क्योंकि आपकी द्वारा दी गई जानकारी को पुलिस द्वारा लिखने के बाद उसमें आपका साइन किया जाना जरूरी है। आपको उस FIR पर साइन तभी करना चाहिए जब आपको लगे कि पुलिस आपके दी गई जानकारी को सही सही लिखा है ना कि उसे तोड़ मरोड़ कर लिखा हैं। जो लोग लिख पढ़ नहीं पाते हैं उन्हें FIR में अपना अंगूठा लगाना होता है।
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CONCLUSION
तो दोस्तों आज का हमारा यह आर्टिकल पूरी तरह से FIR के ऊपर केंद्रित था जिसमें कि हमने चर्चा किया कि FIR क्या होता है FIR कब करते हैं और FIR कैसे करते हैं। इस आर्टिकल में हमने आपको FIR से जुड़ी सभी जानकारी देने का प्रयास किया है। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल से किसी भी तरह का सहायता मिलता है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिए और कमेंट करके बताइए कि हमारा आर्टिकल आपको कैसा लगा ताकि हम और भी महत्वपूर्ण विषयों पर आपके लिए आर्टिकल ला सकें।
धन्यवाद।