Handicap certificate online up विकलांग सर्टिफिकेट ऑनलाइन up

यूपी ऑनलाइन ऑफिशियल वेबसाइट और ई डिस्टिक ऑफिशल वेबसाइट पर विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन नागरिक सेवाओं के लिए ऑनलाइन काम कर रहा है इन्हीं में से जो शारीरिक रूप से विकलांग हैं उन लोगों के लिए ऑनलाइन विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने का काम भी एक है तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से विकलांग सर्टिफिकेट ऑनलाइन किस तरह से बनाया जाता है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं…

उत्तर प्रदेश राज्य में रहने वाले लोगों के लिए सरकार के द्वारा अनेक योजनाओं का संचालन किया जाता है। वही यूपी सरकार के द्वारा विकलांग नागरिकों को भी एक विशेष प्रकार का प्रमाण पत्र बनवा कर दिया जा रहा है। जिससे कि वह भी किसी भी तरह की योजनाओं का फायदा उठा सकें। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शारीरिक रूप से विकलांग प्रमाण पत्र को उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा जारी कर दिया गया है।

 एक तरह से देखा जाए तो सामान्य व्यक्ति की तुलना में विकलांग व्यक्ति या दिव्यांग व्यक्ति को आज कदम कदम पर बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सामान्यता दिव्यांग व्यक्ति को सरकार के द्वारा चलाई जा रही किसी भी योजना का लाभ भी आसानी से नहीं मिल पाता है, क्योंकि उनको योजनाओं का फायदा उठाने के लिए विकलांग सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है।

 विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए उनको जगह-जगह पर भटकना पड़ता है ऑफिसों के चक्कर लगाने पड़ते हैं लेकिन वह फिर भी काम नहीं कर पाते हैं। विकलांगों और दिव्यांग जनों की इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है।

 जैसा कि आप जानते हैं कि आज हमारे देश में संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन तरीके से की जाती है। आप किसी भी कार्य को आसानी से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से करवा सकते हैं तो सरकार ने विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को भी बहुत आसान ऑनलाइन कर दिया है, तो इसके लिए विकलांग लोगों को कहीं पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और आसानी से ऑनलाइन अपना सर्टिफिकेट बनवा पाएंगे।

 तो आइए जानते हैं कि आखिर किस तरह से यह विकलांग सर्टिफिकेट बनवाया जाता है, विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए किन किन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पड़ती है, और विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया क्या है, इसके विषय में आपको आज उस लेख के माध्यम से जानकारी देने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं फिर विकलांग सर्टिफिकेट ऑनलाइन के बारे में…

विकलांग सर्टिफिकेट क्या होता है

विकलांग सर्टिफिकेट वह होता है जिसमें व्यक्ति की विकलांगता का प्रमाण दिया जाता है। कोई भी व्यक्ति अपनी जिंदगी में विकलांग होना जरूरी नहीं समझता है अर्थात कोई भी विकलांग नहीं होना चाहता है। अगर किसी कारणवश व्यक्ति कोई विकलांग हो जाता है। जैसे किसी भी घटना के कारण व्यक्ति विकलांग हो गया या फिर कुछ बच्चे जन्म से ही विकलांग पैदा होते हैं तो ऐसी स्थिति में जब व्यक्ति बड़ा होता है और उसी घर में कोई कमाने का साधन नहीं होता है तो विकलांग को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 आप सभी जानते हैं कि जीवन व्यापार करने के लिए देखती क्यों बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अगर आप की कमाई का कोई साधन नहीं है तो विकलांग बहुत परेशानियां देखनी पड़ सकती है। उन सब परिस्थितियों से निकलने के लिए और सरकार की सभी तरह की योजनाओं का फायदा प्राप्त करने के लिए विकलांग सर्टिफिकेट बनाया जाता है।

 विकलांग प्रमाण पत्र व्यक्ति के शरीर के किसी भी अंग एक कम होने पर बनवाया जाता है। जैसे कोई व्यक्ति अपने शरीर के कौन से अंग से विकलांग है अर्थात व्यक्ति के शरीर का कौन सा पार्ट काम नहीं कर रहा उसका हाथ पैर या फिर किसी तरह से विकसित कर नहीं पा रहा है। 

ऐसी ही बहुत सी परिस्थितियां व्यक्ति के शरीर से जुड़ी हुई रहती है। जिसकी वजह से वह काम नहीं कर पाता है इसके लिए सरकार की तरफ से बहुत ही योजनाओं का और आर्थिक सहायता का फायदा मिल जाता है इसी काम के लिए विकलांग सर्टिफिकेट बनाया जाता है।

विकलांग सर्टिफिकेट के लाभ

विकलांग सर्टिफिकेट से बहुत से लाभ मिल जाते हैं बहुत ही सरकारी योजनाओं का सरकार के द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता का और निजी कार्य के लिए विकलांग सर्टिफिकेट का लाभ विकलांग व्यक्ति को मिल जाता है आइए जानते हैं विकलांग सर्टिफिकेट से मिलने वाले लाभ की जानकारी के बारे में

  • विकलांगता से पीड़ित बच्चों के लिए फ्री शिक्षा की व्यवस्था भी होती है।
  • विकलांगता के शिकार हुए लोगों के लिए जमीन आवंटन में भी पहले प्राथमिकता मिल जाते हैं।
  • किसी भी तरह की शैक्षणिक संस्थाओं में आरक्षण की व्यवस्था विकलांग व्यक्ति को पहले मिलती है।
  • सरकारी नौकरी में भी रिजर्वेशन विकलांग व्यक्ति का पहले दिया गया है।
  • सामाजिक सुरक्षा की स्कीम और नौकरी में भी आरक्षण मिल जाता है।
  • किसी भी तरह की यात्रा बस रेल इनमें किराए में छूट मिल जाती है।
  • विकलांग व्यक्तियों को पेंशन की सुविधा भी सरकार के द्वारा मिलती है।

Up विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट

  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • आधार कार्ड 
  • वोटर आईडी कार्ड 
  • राशन कार्ड 
  • बैंक पासबुक 
  • विकलांग अंग की फोटो 
  • विकलांग प्रमाण पत्र भरा हुआ

यूपी विकलांग सर्टिफिकेट आवेदन

अगर आपको विकलांग सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपको इस तरह के आवेदन करना होगा।

  • विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आपको सबसे पहले up राज्य सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर होम पेज ओपन करना होगा।
  • यहां पर आप को अप्लाई फॉर डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट एंड UDID कार्ड  के ऑप्शन पर आपको क्लिक करना होगा।
  • यहां आप जैसे ही क्लिक करते हैं तो विकलांग सर्टिफिकेट के लिए होम पेज पर आपको भेज दिया जाएगा यहां पर आपको अपनी पर्सनल डिटेल डिसेबिलिटी डिटेल एंप्लॉयमेंट डिटेल आइडेंटी डीटेल्स इन सभी की जानकारी को भरना होगा।
  • आरिफ जानकारियों को भरने के बाद में आपको डॉक्यूमेंट स्कैन करके अपलोड करने होंगे।
  • एक बार सभी जानकारियों को सबमिट करने से पहले सही तरीके से जांच कर लो उसके बाद में आप सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर दे।
  • इस तरह से आपका विकलांग सर्टिफिकेट ऑनलाइन बनकर तैयार हो जाएगा उसका आप कही भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

Conclusion

आज मैं आपको एक आर्टिकल के माध्यम से विकलांग सर्टिफिकेट ऑनलाइन चेक यूपी के बारे में जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि आपको जो भी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से बताई है वो आपके लिए बहुत हेल्पफुल रहेंगी। अगर आप इसी तरह की जानकारियों से जुड़ना चाहते हैं तो वाली वेबसाइट पर कंटिन्यू विजिट कर सकते हैं। आपको हमारा लेख पसंद आया तो कमेंट करके जरूर बताये।