आज हमारे देश में शायद ही ऐसे कोई इंसान होंगे जो कि हनुमान चालीसा के महत्व को नहीं जानते होंगे या फिर हनुमान जी के जीवन के बारे में उनसे जुड़ी हुई महत्वपूर्ण जो भी जानकारियां उनके बारे में लोग ना जानते हो। आज देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हनुमान जी को मानने वाले लोग बहुत होते हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ हनुमान जी की कृपा पाने का एकमात्र साधन है। हनुमान जी को संकट मोचन हनुमान भी कहा जाता है, इसीलिए कहते हैं कि हनुमान चालीसा का अगर कोई भी व्यक्ति मन से तन से शुद्ध होकर पाठ करता है तो उसके सभी संकटों को हनुमानजी दूर करते हैं। उसके जीवन में कभी भी कोई परेशानी नहीं आती है।
हनुमान जी बचपन से ही नटखट स्वभाव के थे। उन्होंने अपने बचपन में सूर्य देवता को संतरा समझकर मुंह में रख लिया था। संपूर्ण सृष्टि के आहाकार मच गया था। आखिर सूर्य देवता गए तो कहां गए। लेकिन सभी देवताओं ने इससे परेशान होकर हनुमान जी से आग्रह किया और भगवान श्री हरि विष्णु ने उनके मुख पर वज्र का वार किया था तभी से ही उनका नाम हनुमान पड़ गया।

बजरंगबली को अपने बचपन में मारुति, पवनसुत,अंजलि नंदन, मारुति नंदन, केसरी नंदन इत्यादि नामों से बुलाया जाता था। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से हनुमान चालीसा के महत्व के बारे में इसके अलावा हनुमान जी के जीवन से जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, हनुमान चालीसा के पाठ करने से क्या लाभ प्राप्त हो सकता है, इसके बारे में भी बताने जा रहे हैं..
हनुमान चालीसा की उत्पत्ति
हनुमान चालीसा की उत्पत्ति रामायण को लिखने वाले महान कवि तुलसीदास गोस्वामी के द्वारा ही हुई थी। आज के आधुनिक युग में हनुमान चालीसा का बहुत अधिक महत्व बढ़ता जा रहा है। दिन पर दिन लोगों का रुझान हनुमान जी की पूजा के साथ, उनके इस महान चालीसा का पाठ करने पर मिलने वाले लाभों की वजह से भी लोग इनकी महिमा का अत्यधिक गुणगान करते हैं।
आप सभी भली-भांति जानते हैं कि हनुमान चालीसा में हनुमान जी के जीवन का पूरा सार छिपा हुआ है अर्थात उनके पूरे जीवन का वर्णन इस चालीसा में बहुत अच्छे से किया गया है। ऐसा माना जाता है कि अगर कोई भी भक्त हनुमान जी की भक्ति के लिए कुछ भी करे, उनका किसी भी तरह से गुणगान करें, उसका प्रभाव आपको अपने जीवन में सदा ही देखने को मिल जाएगा।
हनुमान चालीसा को लिखने वाले महान कवि तुलसीदास जी भगवान राम के बहुत बड़े भक्त थे। ऐसा भी माना जाता है कि हनुमान जी को सबसे अधिक प्रिय भगवान राम की भक्ति करना है। इस धरती पर हनुमान जी का अस्तित्व आज भी भगवान राम की भक्ति में लीन है।
चालीसा क्यों कहा जाता है?
क्या आप जानते हैं कि इसको चालीसा ही क्यों कहा जाता है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस हनुमान चालीसा में 40 छंद हैं। इसी वजह से इसको चालीसा कहा जाता है। महाकवि तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा को एक बार औरंगजेब में उन को बंदी बना लिया था। उस दौरान उन्होंने हनुमान चालीसा को लिखा था, इसी वजह से औरंगजेब को भी तुलसीदास जी को छोड़ना पड़ा।
हमारे हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बहुत ही महत्व और वर्णन देखने को मिलता है। इस चालीसा को पढ़ने से उनमें से व्यक्ति के मन में आत्मविश्वास पराक्रम साहस इत्यादि स्वतः ही आते हैं। इसके अलावा हर व्यक्ति के बिगड़े हुए काम को भी हनुमान जी के गुणगान से सुधारा जा सकता है।
चारों जुग परताप तुम्हारा है प्रसिद्ध जगत उजियारा
यह एक ऐसा सत्य है जिसको कोई नहीं झुठला सकता है आप सभी लोग इस बात को भलीभांति जानते हो कि आज हनुमान जी की महिमा का गुणगान जिस तरीके से चारों तरफ चारों दिशाओं में बढ़ रहा है। उसको देखकर उनकी भक्ति का पता लगाया जा सकता है। हनुमान जी की भक्ति का गुणगान आज से नहीं बल्कि चारों युगों से होता आ रहा है।
हनुमानजी को अजर अमर होने का वरदान भी प्राप्त है। इसके अलावा इनको माता सीता के आशीर्वाद से अष्ट सिद्धि नौ निधि का भी वरदान मिला हुआ है। इसी वजह से आज हनुमान चालीसा का बहुत अधिक महत्व बढ़ा है। आज पूरे ब्रह्मांड में एकमात्र हनुमान जी ही ऐसे देव हैं। जिनकी भक्ति को अगर कोई भी मनुष्य पूरी श्रद्धा भाव से करता है तो उसके सभी कष्टों को हनुमान जी तुरंत हर लेते हैं। यह एक कड़वा और चमत्कारी सत्य माना जाता है।
हनुमान जी की राम भक्ति
हनुमान जी हमेशा भगवान राम की भक्ति में लीन रहते हैं उनके शरीर के हर एक रोम रोम में भगवान राम का नाम लिखा हुआ है। इस बात का प्रमाण तो आप सभी ने सुना ही होगा और यह हमारे पवित्र ग्रंथ रामायण में भी लिखा हुआ है कि जिस तरह से हनुमान जी ने अपना सीना चीर के भगवान राम को ही उनका दर्शन खुद के शरीर में करवाया था।
जिसकी वजह से उनको भगवान राम की भक्ति का पूरा आशीर्वाद मिला हुआ था अर्थात भगवान राम की कृपा हमेशा उन पर बनी रहती है इसीलिए तो हनुमान जी उन सभी राम भक्तों से भी प्रसन्न रहते हैं। और भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त हनुमान जी ही माने जाते हैं।
आर्थिक संकटों से छुटकारा पाने के लिए
हनुमान चालीसा में हर एक छंद का विशेष महत्व है। हनुमान जी को अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता माना जाता है इसीलिए हनुमान चालीसा का अगर कोई भी व्यक्ति हर मंगलवार को शनिवार को पाठ करता है, तो उसके सभी प्रकार के आर्थिक संकटों का निवारण होता है।
निष्कर्ष
आज हमने आपको इस आर्टिकल के द्वारा हनुमान चालीसा के महत्व के बारे में बताया है इसके अलावा और हनुमान जी के जीवन से जुड़ी हुई कुछ जरूरी बातों के बारे में भी जानकारी प्रदान की है। उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। इसी तरह की जानकारियों से जुड़े रहने के लिए आप हमारी वेबसाइट से कंटिन्यू जुड़े रह सकते हैं, और यह पोस्ट अगर पसंद आई तो कमेंट करके जरूर बताएं।