हिंदी में आर्टिकल लिखना बहुत ही आसान होता है। जब भी आप आर्टिकल लिखने के लिए बैठते हो तो अक्सर लोगों को समझ में नहीं आता है कि क्या लिखे, क्या नहीं लिखे। जब हम बोलते हैं, तब हमारी बातों पर कंट्रोल नहीं होता है। हम इतनी सारी बातों को सभी के सामने बोल देते हैं, लेकिन जब लिखने की बात आती है तो सोचने समझने की शक्ति काम नहीं करती हैं।
आर्टिकल लिखने का मतलब होता है कि कम से कम शब्दों में अधिक जानकारी को लोगों के सामने शेयर करना होता है अर्थात कम शब्दों में अपनी बात को लेकर लोगों को बताना ही आर्टिकल कहलाता है। जब हम बातें करते हैं तो सामने वाले व्यक्ति के चेहरे को देख कर ही पता चल जाता है कि जो हम बोल रहे हैं वह उस व्यक्ति को समझ में आ रहा है या नहीं आ रहा है, जब लिखने की बात आती है तो इस बात की जानकारी नहीं हो पाती हैं।
आज हम आपको बताते हैं कि हिंदी में आर्टिकल किस तरह कैसे लिखते हैं, आर्टिकल क्या होता है, आर्टिकल लिखने के लिए किन-किन जानकारियों का होना आवश्यक है, आइए जानते हैं.

आर्टिकल होते क्या है?
आर्टिकल एक तरह से लिखने का ही एक काम होता है। जिसको बड़े पैमाने पर सभी लोगों के लिए लिखा जाता है। दूसरे लेखों की तुलना में आर्टिकल में शब्दों की मात्रा ज्यादा होती है। अक्सर आपने अखबार, मैगजीन या किसी ब्लॉग में आर्टिकल जरूर देखा होगा या पढ़ा होगा। कहीं ना कहीं तो आर्टिकल के बारे में आपको जानकारी मिली ही होगी। Also Read: DBMS क्या है? DBMS का Full Form kya hai?
आर्टिकल लिखने के लिए एक विषय के ऊपर में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए। उस विषय की पूरी बात आर्टिकल में लिखी जाती है। उदाहरण के लिए जब आप किसी भी टॉपिक पर आर्टिकल लिखते हैं तो ऐसा कई बार होता है कि उस आर्टिकल के द्वारा आपका पर्सनल तजुर्बा उस बात से जरूर जुड़ा हुआ रहता ही है, आप अपनी स्टोरी या एक्सपीरियंस को भी किसी भी हिंदी आर्टिकल में शामिल कर सकते हैं और उसको और भी अधिक आकर्षक बना सकते हैं, ताकि लोगों को वह पढ़ने में अच्छा लगे।
शांतिपूर्ण वातावरण में लिखे आर्टिकल
आर्टिकल लिखने के लिए जब भी आप शुरुआत करते हो तो आपके आसपास का वातावरण शांत होना चाहिए ताकि आप पूरा ध्यान आर्टिकल लिखने में ही टॉपिक पर लगा सके और आर्टिकल में किसी भी तरह की भी कोई गलती ना हो। एक अच्छा आर्टिकल लिखने के लिए किसी भी टॉपिक के बारे में पूरी जानकारी का होना बहुत जरूरी है।
लिखने का काम एक तरीके से ब्लूप्रिंट की तरह होता है जो पहले से सोच समझकर अपने दिमाग में तैयार किया जाता है। आर्टिकल के बारे में बात करें कि जब भी आप आर्टिकल लिखो तो सब कुछ जानकारी की पहले से तैयारी हो तो उसके बाद ही आप आर्टिकल लिखना शुरू करें, क्योंकि किसी भी टॉपिक पर अगर जानकारी नहीं होगी तो आप सही ढंग से निकलकर नहीं लिख पाएंगे। ऐसे में किसी भी तरह की आर्टिकल में गलती भी हो सकती है, इसीलिए सोच समझ ही शांतिपूर्ण माहौल में ही आर्टिकल लिखना जरूरी है।
किस तरह से लिखते है आर्टिकल
सबसे पहले आर्टिकल लिखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों का होना आवश्यक है, उसके बाद ही आपका आर्टिकल सही लगेगा। आइए जानते हैं किस तरह से आर्टिकल लिखा जाता है..
Title (टाइटल) – किसी भी हिंदी आर्टिकल की शुरुआत करने से पहले आर्टिकल का अच्छा टाइटल होना चाहिए, क्योंकि यह सभी यूजर्स के लिए टॉपिक को पढ़ने में आसान बना देता है, क्योंकि बिना टाइटल के इस बात की जानकारी नहीं हो पाएगी कि आप किस चीज के बारे में आप लिखने जा रहे हैं, इसीलिए टाइटल अच्छा और आकर्षित होना चाहिए। उदाहरण के लिए आर्टिकल लिखा हुआ है “खराब शिक्षा व्यवस्था” के ऊपर इसमें आपको इसका टाइटल लिखना होगा “दिन प्रतिदिन खराब होती हुई शिक्षा प्रणाली” या फिर यह भी लिख सकते हैं ” शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता”
Introduction ( परिचय) – आर्टिकल का इंट्रोडक्शन मुख्य पार्ट होता है। इसमें सब कुछ बताए बिना भी उस विषय के बारे में सब कुछ स्पष्ट जानकारी पता नहीं होती हैं। इंट्रोडक्शन सभी पढ़ने वाले यूजर्स को आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित करता है। दूसरी तरफ समाचार पर आधारित आर्टिकल के इंट्रोडक्शन में कब, क्यों, कैसे सवालों का जवाब देते हुए भी एक अच्छे प्रकार से अट्रैक्टिव फॉर्मेट तैयार करना होता है।
Body ( व्याख्या ) – किसी भी आर्टिकल लिखने के लिए उसकी व्याख्या करना यह बहुत ही इंपॉर्टेंट हिस्सा होता है। आर्टिकल किसी भी टॉपिक के बारे में जानकारी की कम शब्दों में पूरी बात व्याख्या के अंदर लिखी जाती है। व्याख्या के अंदर आप सभी बातों की जानकारी पैराग्राफ के अंदर लिख सकते हैं। इसके अलावा सभी पैराग्राफ के ऊपर हेडिंग भी बनाकर अगर आप आर्टिकल को लिखेंगे तो वह बहुत ही सुंदर और अट्रैक्टिव लगेगा।
जब आप आर्टिकल लिखते हैं, तो उसमें फालतू की बातों का प्रयोग ना करें और सिर्फ टॉपिक से जुड़ी हुई बातों की जानकारी, इस आर्टिकल में लिखें ताकि अधिक से अधिक लोग उसको पढ़ें। जब आपका आर्टिकल अच्छा होगा तो लोगों की भी उस आर्टिकल को पढ़ने में रुचि बनी रहेगी।
निष्कर्ष – जवाब हिंदी में आर्टिकल लिखते हैं तो इसका अंतिम पार्ट निष्कर्ष का होता है। यह निष्कर्ष इंट्रोडक्शन के मुकाबले थोड़ा छोटा होता है। हिंदी में जब भी आर्टिकल लिखते हैं, तो इसमें पूरे आर्टिकल का सार छुपा हुआ होता है और आर्टिकल से संबंधित सभी विचार लिखकर इस आर्टिकल को पूरा कर दिया जाता है।
Conclusion
आज हमने आपको किस आर्टिकल के द्वारा हिंदी में आर्टिकल किस तरह लिखा जाता है। इसके बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको इसमें दी गई सभी जानकारी पसंद आई होंगी। इसी तरह की अन्य जानकारियों के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रह सकते हैं और यह पोस्ट पसंद आई तो कमेंट करके भी बता सकते हैं।