सिम पोर्ट कैसे करें? How to port sim?

अक्सर देखा जाता है कि लोगों के सामने किसी भी टेलीकॉम कंपनी के द्वारा मिल रही इंटरनेट की सुविधा, कॉलिंग की सुविधा को लेकर बहुत सी परेशानियां लोगों को उठानी पड़ती है। इसकी सबसे बड़ी वजह सही नेटवर्क का ना आना इसीलिए लोग परेशान हो जाते हैं। नेटवर्क की वजह से बीच में कॉल कट जाती है या फिर आवाज सही से नहीं आ पाती है। किसी का इंटरनेट स्लो चलता है।

इन सभी बातों से लोग अक्सर परेशान दिखाई देते हैं। अक्सर घर से बाहर निकलो तो आपको दिन में बहुत लोगों से नेटवर्क की समस्या को लेकर बात हो ही जाएगी, क्योंकि आज इस समस्या का सामना सभी लोग कर रहे हैं। बहुत कम ऐसी टेलीकॉम कंपनियां हैं, जिनके नेटवर्क हर जगह सही आ जाते हैं। अगर आप एयरटेल, बीएसएनएल, जिओ सिम के यूजर हैं और किसी दूसरी कंपनी की सिम में आप अपने नंबर को पोर्ट करवाना चाहते हैं अर्थात MNP मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी आपके लिए एक बहुत अच्छा ऑप्शन होता है।

इसके द्वारा आप अपना कोई भी टेलीकॉम सेंटर आसानी से बदल सकते हैं। यह आपके नंबर को पोर्ट करवाने का बहुत अच्छा तरीका है। आज हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा बताने जा रहे हैं कि किस तरह से सिम को पोर्ट करवाया जाता है। सिम पोर्ट करवाने के लिए किन-किन जरूरी चीजों की आवश्यकता पड़ती है। सिम पोर्ट करवाने के फायदे नुकसान आदि के बारे में बताने जा रहे हैं…

सिम पोर्ट कैसे करें? How to port sim?

क्या होता है sim पोर्ट करवाना

जब भी आप एक नया सिम कार्ड लेने के लिए मार्केट में जाते हैं, तो आज हमारे मार्केट में बहुत सी ऐसी टेलीकॉम कंपनियां आपको मिल जाएंगी। जो अपने सभी कस्टमर को लुभाने के लिए नए-नए ऑफर प्रदान करती हैं। किसी में आपको नेटवर्क फैसिलिटी अच्छी होती है। किसी में कॉलिंग के लिए अच्छे ऑफर मिलते हैं। किसी में रोमिंग फ्री कॉल अच्छी मिल जाती है, तो किसी में फ्री इंटरनेट और कॉलिंग दोनों एक साथ मिल जाते हैं।

इस तरह की टेलीकॉम कंपनियां मार्केट में होती हैं ऐसे में अगर आपने किसी अच्छी टेलीकॉम कंपनी को चुन लिया और वह आपको बेहतर से बेहतर डाटा प्लान और कॉलिंग का ऑप्शन देती है, लेकिन आप अपने फोन में सिम डालने के बाद में इंटरनेट और कॉलिंग को लेकर परेशान होते हैं, तो ऐसे में इंसान करे तो क्या करें आखिर दिमाग में एक ही सवाल आता है कि अपना नंबर किसी दूसरी कंपनी में पोर्ट बदल ले, क्योंकि कोई भी इंसान हो बार-बार नंबर को नहीं बदल सकता,नंबर चेंज ना करके अगर आप ऑपरेटर अर्थात कंपनी बदल ले तो यह आपके लिए बहुत अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसी को ही सिम पोर्ट करवाना कहा जाता है।

मोबाइल नंबर पोर्ट करना

सिम पोर्ट करने के लिए आपको एमएनपी प्रोसेस को प्रयोग में लेना होगा या यह कह सकते हैं कि आप एमएनपी की मदद से अपने नंबर को पोर्ट कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले आपका सिम कार्ड कम से कम 3 महीने पुराना होना चाहिए। अगर आप ने हाल ही में अपना सिम कार्ड लिया है, तो उसको 3 महीने आपको यूज़ करना ही होगा। उसके बाद ही आप अपना सिम पोर्ट करवा सकते हैं आइए जानते हैं सिम पोर्ट कैसे करते हैं..

सबसे पहले सिम पोर्ट करवाने के लिए आपको अपने मैसेज बॉक्स में न्यू मैसेज के ऑप्शन पर जाना होगा। वहां पर आपको PORT <SPACE> देकर अपना मोबाइल नंबर उसमे लिखना होगा। इस मैसेज को आपको 1900 नम्बर पर sand करना होगा।

जब आप 1900 नंबर पर मैसेज भेज देते हैं, तो आपके मैसेज बॉक्स में एक UPC कोड मिलेगा।यह यू पी सी कोड केवल 15 दिन के लिए ही मान्य होता है।

यूपीसी कोड मिल जाने के बाद में आप जिस टेलीकॉम कंपनी में अपना सिम पोर्ट करवाना चाहते हैं,उसके स्टोर पर जाकर आपको वह यूपीसी कोड दिखाना होगा। उसके बाद अपना आधार कार्ड दिखाना पड़ता है।

टेलीकॉम कंपनी के स्टोर में यूपीसी कोड और जरूरी डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन होने के बाद में आपको वहां से एक नया सिम कार्ड मिल जाएगा।  वह सिम कार्ड कम से कम 7 दिन में एक्टिव किया जाएगा।

7 दिन बाद जब आपका नया सिम कार्ड एक्टिवेट हो जाए तो आपको अपने पुराने नंबर को हटाकर अपने मोबाइल में नया सिम कार्ड डालना होगा और पुराना नंबर सिम कार्ड आपका अपने आप ही बंद हो जाएगा।

कब शुरू हुआ सिम पोर्टिंग

एमएनपी अर्थात मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी में आप अपने नंबरों को बिना बदले ही किसी दूसरे कंपनी में अपना नंबर ट्रांसफर कर सकते हैं। सरकार के द्वारा टेलीकॉम रेगुलेटरी डी आर ए आई ने सिम कार्ड यूजर्स को एक पावर देने के लिए 5 फरवरी 2011 को सिम पोर्ट करवाने की सेवा को शुरू किया था। इसमें सभी मोबाइल फोन यूजर्स को यह हक मिल गया था कि जो कोई भी अपनी सिम कंपनी से खुश नहीं है या फिर अच्छे प्लान नहीं मिल रहे हैं तो वह अपनी सिम कंपनी को बिना नंबर बदले बदल सकता है।

नया सिम पोर्ट चालू होने में लगने वाला

जब भी आप नया सिम किसी भी टेलीकॉम कंपनी में चेंज करते हो तो वह नंबर पोर्ट करवाने के बाद में 3 दिन के अंदर पुरानी टेलीकॉम कंपनी की सिम अपने आप बंद हो जाएगी और आपका नया सिम कार्ड जैसे या फोन में डालोगे वह एक्टिवेट हो जाएगा इस तरह से नया सिम पोर्ट चालू होने में 72 घंटे का समय लगता है।

Conclusion

आज हमने आपको इस आर्टिकल के द्वारा सिम पोर्ट कैसे करवाते हैं इसके बारे में जानकारी दी है उम्मीद है आपको हमारी द्वारा दी गई यह जानकारी बहुत ही यूज़फुल रही होगी इसी तरह की जानकारियों के लिए आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रह सकते हैं यह जानकारी पसंद आए तो कमेंट करके बता सकते हैं।

1 thought on “सिम पोर्ट कैसे करें? How to port sim?”

Comments are closed.