महात्मा गाँधी का जन्म कब हुआ?

महात्मा गाँधी का जन्म कब हुआ? यदि आपको जानना है महात्मा गाँधी का जन्म कब हुआ और कहाँ हुआ तो आज हम आप सभी लोगों को इससे संबंधित सभी चीजें बताएंगे जिन्हें सकते और अहिंसा के मिसाल के रूप में जाना जाता है।

महात्मा गाँधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे भले ही गाँधी जी हमारे बीच नहीं हैं परन्तु उनके विचार और उनके काम हमेशा हमें यह प्रेरणा देती है कि हमें भी अपने देश के सफलता में योगदान देना चाहिए महात्मा गाँधी जी एक ऐसे महापुरुष थे।

जिन्होंने अनेकों कठिनाई आने के बावजूद भी अहिंसा का मार्ग नहीं छोड़ और हमेशा सकते है अहिंसा का मार्ग से ही चलकर अपना सभी काम करते थे गाँधीजी किसी को भी सलाह देने से पहले उसका उपयोग खुद पर करते थे इस गाँधीजी सादा जीवन अच्छे विचारों के सिद्धांत पर चलने वाले व्यक्ति थे।

वह खादी वस्त्र के समर्थक थे और हमेशा खादी वस्त्र ही पहनते थे इन सभी विचारों और सिद्धांतों के कारण सुभाष चंद्र बोस ने इन्हे 1944 मे राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया।

महात्मा गाँधी का जन्म कब हुआ?

महात्मा गाँधी का जीवन परिचय

सबसे पहले वह अफ्रीका के सत्याग्रह करके महात्मा गाँधी भारत में 1915 में आए थे और उसी साल भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में खुद गए उन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत सारे सत्याग्रह किये जिसकी वजह से किसानों, मज़दूरों और श्रमिकों को अपना हक मिला।

 गांधीजी ने सन 1921 मे अंग्रेजों के अत्याचारों का विरोध करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को भागदौड़ सँभाली गाँधी जी ने अपने जीवन में अहिंसा और सत्य का पाठ पढ़ाते हुए भारतीय युवाओं में भारत के प्रति आदर की भावना जगी वह भारत के सभी स्वतंत्र कार्यक्रमओं में हिस्सा लेते थे।

जिन्होंने हमेशा अहिंसा से ही सभी लड़ाईयां लड़ी व हिंसा के खिलाफ़ रहते थे महात्मा गाँधी जी का सबसे बड़ा सत्याग्रह नामक का सत्याग्रह है उन्होंने 1930 में ऐतिहासिक नामक सत्याग्रह में अंग्रेजों के खिलाफ़ भारतीय पर जो भी नामक संबंधित करने हटाया इसके लिए उन्होंने साबरमती आश्रम से लेकर दौड़ी गांव तक पैदल यात्रा की जिसकी वजह से अंग्रेजों को उनके सामने झुकना पड़ा और उन्होंने किसानों के सभी नमक के कर हटा दिया।

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महात्मा गाँधी के विषय में कुछ तथ्य

  1. महात्मा गाँधी जी ने ब्रिटिश शासन के लिए अहिंसक प्रतिरोध का आंदवान किया।
  2. गाँधी धार्मिक अवधारणाओं से प्रभावित थे।
  3. उन्होंने लंदन मैं कानून की पढ़ाई की।
  4.  गाँधी 21 साल तक दक्षिण अफ्रीका में रहे।
  5. गाँधी ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिटिश सामाज का समर्थन किया।
  6. भारत में गाँधी जी एक राष्ट्रवादी नेता के रूप में उभई।

स्वतंत्रता संग्राम में गाँधी जी का योगदान

1915 मे गाँधी जी दक्षिण अफ्रीका के भारत लौटे थे और अपने गुरु गोपाल कृष्ण खोखले के साथ इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल हुए इस दौरान भारत गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ था और किसी एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी।

जो स्वतंत्रता आन्दोलन की एक नई दिशा दे सके गोपालकृष्ण खोखली ने उन्हें देश की नब्ज को समझने का सुझाव दिया गाँधी जी ने देश के हालात को समझने के लिए भारत भ्रमण की योजना बनाई जिससे देश की नब्ज को ज्ञान दे सकें और लोगों से जुड़े सकें उन्होंने असहयोग आन्दोलन सविनय, आवज्ञ आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन का भी नेतृत्व किया था।

देश को स्वतंत्रता के के लिए गाँधी जी को योगदान का शब्दों में नहीं मापा जा सकता है उन्होंने अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर अंग्रेजों के भारत छोड़ने का मजबूर कर दिया था।

गाँधी के लेखन

  • गाँधी स्वराज गुजराती में वर्ष 1909 में प्रकाशित हुआहुआ थे।
  • वह गुजराती, हिंदी, अंग्रेजी में परिजन जैसे बहुत सारे अखबारों ने संपादक थे।
  • इसके अलावा इंडियन ओपन नियम इंडिया अंग्रेजी को नवजीवन थे।
  •  गाँधी जी ने सत्य के साथ मेरे प्रिया अगो की कहानी नामक एक आत्मकथा लिखी थी ।
  • उनके अन्य कार्य दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह हिंदू स्वराज या भारतीय होम रूल थे।

निष्कर्ष = आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि महात्मा गाँधी का जन्म कब और कहाँ हुआ तथा महात्मा गाँधी जी का जीवन परिचय उम्मीद है या पोस्ट आपको पसंद आयी होंगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।