Milkha Singh Biography, मिल्खा सिंह जीवन परिचय। 

मिल्खा सिंह जो अपने प्रशंसकों द्वारा फ्लाइंग सिख के रूप में जाने जाते थे।  मिल्खा सिंह एक भारतीय ट्रैक और फील्ड स्प्रिंटर थे, और एशियाई खेलों के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र एथलीट हैं। 1960 के ओलंपिक 400 मीटर फाइनल में सिंह के समय ने एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया जो 40 साल तक बना रहा। मिल्खा सिंह का जन्म वर्ष 1929 मे हुआ। व  1947 के विभाजन के दौरान वे अनाथ हो गए और अपने परिवार के सदस्यों की मृत्यु के साक्षी बने। वह उस समय उस भीषण नरसंहार से कैसे करके बच निकले ओर दिल्ली चले गए। 

Milkha Singh Biography, मिल्खा सिंह जीवन परिचय। 

मिल्खा सिंह जीवन परिचय। 

मिल्खा सिंह बचपन से ही खेलकुद मे अव्वल थे, जिसके लिए उन्हे उनके भाई के नेत्रत्व मे आर्मी जॉइन करने के लिए प्रेरित किया गया। मिल्खा सिंह को उसी में सेवा करते हुए एथलेटिक्स में पेश किया गया था। भारत के सबसे महान ट्रैक एथलीटों में से एक थे।हाल ही मे उनका कोविड के चलते निधन हो गया। मिल्खा सिंह को उनकी उपलब्धियों के लिए “द फ्लाइंग सिख” के रूप में जाना जाता था। वह 1958 में कार्डिफ में ब्रिटिश साम्राज्य और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले स्वतंत्र भारत के पहले प्रीतिनधि थे। मिल्खा सिंह ने अपने जीवन काल मे अनेकों दौड़ प्रतियोगिता जीती व भारत का नाम रोशन किया। 

मिल्खा सिंह के करिअर की शरुआत एक आर्मी ट्रैनिंग कैम्प से हुई जहाँ से उन्होंने अपने करिअर को दौड़ के लिए प्रेरित किया। सिंह आर्मी ट्रैनिंग कैम्प से ही सबसे अलग व बेहतर दौड़ते थे। इसीलिए उन्हे एशियन गेम व टोक्यो गेम के लिए सीनित किया गया। 

यह भी पढिए:  free fire me free diamond – फ्री मे डायमंड कैसे पाए

1960 तक, सिंह के रोम ओलंपिक में पदकों में शामिल होने की उम्मीद थी। उन्होंने उस साल व्हाइट सिटी में एएए चैंपियनशिप जीतने में शानदार देखा था, जीबी के रॉबी ब्राइटवेल से आगे, और उन्हें पता था कि वह शानदार फॉर्म में हैं। सिंह फाइनल में अच्छा जा रहा था, लेकिन जैसे ही वह सीधे घर पहुंचा, उसने जानबूझकर पीछे हटना शुरू कर दिया क्योंकि वह उस बिंदु पर बहुत तेजी से चला गया था। मोमेंटम हार गया, वह केवल चौथे स्थान पर रहा, और जो हो सकता था उसके लिए हमेशा पछताता था। 

फिर भी, उन्होंने 45.6 सेकंड की दौड़ में जो समय दर्ज किया, वह एक भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड था जो लगभग 40 वर्षों तक बना रहा। इस रिकार्ड को तोड़ने के लिए उन्होंने दिन रात एक कर कड़ी मेहनत की। व इस लक्ष्य को मेहनत के साथ हासिल किया। उनका शरुआत से ही सपना था, कि उनके नाम पर सम्पूर्ण देश मे एक दिन का अवकाश किया जाए। इसीलिए जब वो पाकिस्तान से विजय होके लोटे उससे पहले नेहरू जी के द्वारा उनकी विजय के उपरांत एक दिन अवकाश का आदेश दिया गया। 

और उनकी असाधारण कहानी को हिट बॉलीवुड फिल्म भाग मिल्खा भाग (2013) में दिखाया गया, भाग मिल्खा भाग  के रूप में अनुवादित है।सिंह ने कहा, ये उनके पिता द्वारा चिल्लाए गए शब्द थे, जब उस समय की भयानक हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा उनकी, उनकी मां और परिवार के अन्य सदस्यों की हत्या कर दी गई थी।

जो अब पाकिस्तान में स्थित एक दूरस्थ पंजाबी गाँव है। सिंह ने अपनी 2013 की आत्मकथा, रेस फॉर माई लाइफ में याद किया, जो उनकी बेटी सोनिया सनवाल्का के साथ सह-लिखित थी और जिस पर बाद मे उन्हे अपने बाइआग्रफी साझा करने का अवसर प्रदान हुआ। 

जहां वह एक महीने के लिए रेलवे स्टेशन पर रहा और अंत में एक बड़ी बहन को ट्रैक किया, जिसके साथ वह था। कि उनके बड़े भाई मलखान एक सेवारत सैनिक थे। यह तब था जब उनकी दौड़ने की प्रतिभा की पहचान की गई और उन्हें प्रोत्साहित किया गया।  मिल्खा सिंह का बचपन काफी विफलताओ मे व्यतीत हुआ, लेकिन समय की मार को पीछे कर उन्होंने निरंतर अपने टैलेंट को पहचाना ओर उसके लिए कड़ी मेहनत की। 

सिंह ने अमेरिकी प्रशिक्षण विधियों को सीखा और उनकी उपलब्धियों का अनुकरण करने की कसम खाई। 1960 में, रोम से पहले, सिंह को भारतीय प्रधान मंत्री, जवाहरलाल नेहरू द्वारा लाहौर में एक अंतरराष्ट्रीय बैठक में 200 मीटर दौड़ने के लिए प्रेरित किया गया था। पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में, जनरल अयूब खान ने उन्हें स्वर्ण पदक प्रदान किया, उन्होंने कहा: “मिल्खा, आप पाकिस्तान आए और भागे नहीं। तुम सच में उड़ गए। पाकिस्तान आपको फ्लाइंग सिख का खिताब देता है। इस दुर्लभ कामयाबी पर सम्पूर्ण भारत मे उनकी विजय की सराहना की गई।

आज भारत का हर एक युवा मिल्खा सिंह से सीख लेकर व उन्हे अपना आइडील मानकर तयारी करता है। साथ ही फरहान खान के द्वारा बनाई गई मूवी भाग मिल्खा भाग को सभी के द्वारा पसंद किया गया, व फिल्म ने काफी रिकार्ड बनाए। तो आशा करते है, आज की इस पोस्ट के माध्यम से आपको मिल्खा सिंह के जीवन के विषय मे विस्तार से जानकारी प्राप्त हुई होगी।