मॉनिटर kya है तथा मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं?

मॉनिटर kya है तथा मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं?

मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस होती है आउटपुट डिवाइस हार्डवेयर का कंपोनेट या कंप्यूटर का मुख्य भाग होता है जिसे हम छू सकते हैं और इसे कंप्यूटर यूज़ के सशक्त सूचना प्रस्तुत करने के लिए उपयोग किया जाता है इसके बिना कंप्यूटर अधूरा रहता है।

मॉनीटर को (Visual display unit) विजुवल डिस्प्ले यूनिट भी कहा जाता है यह देखने में टीबी की तरह ही होता है यह आउटपुट डाटा को अपनी स्क्रीन पर सॉफ्टकॉपी के रूप में दिखाता है मॉनिटर सूचना के लिए भी इस प्रकार ध्वनि साउंड डाटा मेमोरी आकृति और अन्य चीजों को प्रदर्शित कर सकता है।

मॉनिटर क्या है?

मॉनिटर का मतलब देखना होता है यानी की जिसपर हम देखते हैं वह मौजूद है कंप्यूटर में जीतने दे चुका है आप काम कर सकते हैं और उन्होंने कहा कि क्या कंप्यूटर का एक आपको तुरंत होता है इससे देश ओवल टेस्ट नहीं होने ही कहते है।

इसका काम होता है कंप्यूटर के माध्यम से किए गए आउटपुट डाटा को सीखाना जिसमें फोटो भी दोस्त समेत अन्य जानकारी हो सकती है खोलकर रख एक विभाग की मदद से कुछ भी दिखता है मतलब की मॉनीटरिंग के डिस्प्ले में जीतने अधिक फिक्सलस होंगे वह उतनी ही अच्छी तरीके से खुद ही दिखा सकेंगे।

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मॉनिटर कितने प्रकार के होते हैं?

मॉनिटर चार प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित नीचे इस प्रकार दिए गए हैं-

  1. CTR Monitor = वर्तमान के वक्त में सी आर टी मोनिटर का इस्तेमाल करें वन ना के बराबर ही किया जाता है पहले के समय में कंप्यूटर के साथ जो बड़े और मोटर आते थे वहीं सीआरटी मॉनिटर होते हैं इस प्रकार के ची भी हमारे घर में हुआ करते थे।

यह मॉनिटर भी उसी प्रकार का था जिसमें एक Cathode ray tube का उपयोग कुछ डिस्प्ले करने के लिए होता है और यह cathode ray tube ही इसका मेन भाग था इस cathode ray  tube के भीतर cathode ray और electron beam का उपयोग होता है।

Electron beam electronic grid से पास हो कर मॉनिटर की स्क्रीन से टकराती है जिससे स्क्रीन के फिक्सल चमकने लगते हैं और स्क्रीन पर कोई फोटो या वीडियो दिखाते हैं।

  • LCD Monitor = एलसीडी मॉनिटर का “ liquid crystal display “ है सी आर टी मॉनिटर के बाद एलसीडी मॉनिटर ही प्रचलन में आए थे सीआरटी मॉनिटर की तुलना में एलसीडी मॉनिटर के बहुत फायदे है ।

बड़े और मोटे भारी भरकम सी आर टी मॉनिटर की तुलना में एलसीडी पतले और हल्के होते हैं।

यह सीआरटी की तुलना में बिजली की खपत भी कम करते है एलसीडी मॉनिटर एक फ्लैट सफ्रेंस पर liquid crystal के द्वारा कुछ भी दिखाने का काम करता है इसके उपयोग से यह काम जगह कम लेता है।

जिसकी वजह से यह मॉनिटर पतला होता है कम उर्जा भी लेता है एवं सीआरपी की तुलना में energy efficient भी होता है एलसीडी डिस्प्ले का उपयोगपहले लैपटॉप में किया जाता था परंतु आज एलसीडी मॉनिटर डेस्कटॉप कंप्यूटर के लिए भी उपयोग होता है।

  • LED Monitor = एलईडी का पूरा नाम  “Light emitting decode ” होता है आज के समय में अधिकतर एलईडी मॉनिटर का उपयोग ही किया जाता है सी आर टी और एल सी डी दोनों ही मॉनिटर की तुलना में एलईडी मॉनिटर सबसे कम बिजली की खपत करती है।

एलईडी डिस्प्ले टेकनीक में लाइट के सोर्स के रूप में एलईडी पैनल का उपयोग किया जाता है आज के वक्त में अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण स्क्रीन आदि में एलईडी डिस्प्ले का उपयोग ही होता है एलईडी मॉनिटर अन्य दोनों की तुलना में आंखो पर भी कम प्रभाव डालती है और यह मॉनिटर सबसे बेस्ट मॉनिटर है।

  • Flat panel Monitor = असल में एलसीडी और एलईडी दोनों ही पतले पैनल मॉनिटर के अन्तर्गत आते है Flat panel Monitor मैं गैसों तथा केमिकल्स को एक plate में रखकर डिस्प्ले में उनका इस्तेमाल किया जाता है इसी कारण यह एक स्मार्ट और पतली स्क्रीन देता है।

फ्लैट पैनल मॉनिटर बिजली की बहुत कम खपत करती हैं एवं वजन में भी काफी हल्की होती है एलसीडी और एलईडी में इस बात से अंतर समझा जा सकता है कि एलसीडी डिस्प्ले इस प्रकाश को absorb करती है और एलईडी प्रकाश को रिफ्रेश करती है।

निष्कर्ष = आज की इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि मॉनीटरिंग क्या होता है तथा मॉनिटर के प्रकार कितने होते हैं? उम्मीद है यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें जिससे उन्हें भी मॉनिटर से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी हासिल हो सके