National Education Policy 2023 नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023

आज के इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको बताएंगे की “नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022″ क्या है।  सरकार के द्वारा इस में क्या बदलाव किए गए हैं। इसकी पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल के द्वारा देंगे ताकि आपको नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 के बारे में सभी जानकारी सही ढंग से मिल सके।

आप सभी लोग बहुत अच्छे से जानते हैं कि भारत सरकार के द्वारा अभी कुछ समय पहले मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय के द्वारा एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत कुछ बदलाव किए हैं। इन सभी  बदलाव को इसरो के प्रमुख डॉ कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में किया। 

आज की पोस्ट के माध्यम से आपको नेशनल एजुकेशन पॉलिसी से संबंधित सभी जानकारी बताएंगे। इसके साथ हम आपको बताएंगे कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के क्या उद्देश्य हैं? नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की विशेषता क्या है? इन सभी की जानकारी आपको देंगे। 

इसके अलावा जो बदलाव नेशनल एजुकेशन पॉलिसी सिस्टम में किए गए हैं। उनकी जानकारी भी आपको देने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि आखिर नेशनल पॉलिसी ओं एजुकेशन सिस्टम 2022 क्या है। उसकी पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक….

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी क्या है

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई जाने वाली एजुकेशन की नीति को तैयार किया गया है। भारत सरकार ने नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 में शुरू की थी।जिसके अंतर्गत सरकार ने एजुकेशन पॉलिसी में बहुत से बदलाव भी कर दिए हैं।

 नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के माध्यम से वैश्विक ज्ञान महाशक्ति को बनाना है। अब मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय के नाम से भी जाना जाएगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत 2030 तक स्कूलों में शिक्षा का प्रतिशत जी ई आर के साथ में पूर्व विद्यालय से लेकर माध्यमिक विद्यालय तक की शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जाएगा।

 पहले के समय मे 10+2 का पेटर्न फॉलो किया जाता, लेकिन अब नई शिक्षा नीति के अंतर्गत 5 + 3 +3 +4 का पैटर्न फॉलो किया जाएगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का उद्देश्य

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य यह है कि भारत में सभी विद्यालयों यूनिवर्सिटी में प्रदान की जाने वाली शिक्षा को विश्व स्तर पर लाना है। इससे भारत एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बन पाएगा।

 नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के माध्यम से शिक्षा का सार्वभौमीकरण भी हो पाएगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 में सरकार के माध्यम से पुरानी एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत बहुत से संशोधन भी कर दिए गए हैं। जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा और बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल पाएगी और सही ढंग से वह सही शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का सिद्धांत

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के सिद्धांत की जानकारी इस प्रकार है…

  • सभी बच्चों की क्षमता की पहचान व उनकी क्षमता का विकास करना है।
  • साक्षरता एवं संख्यात्मकता के ज्ञान को बच्चों के अंतर्गत विकसित करना व शिक्षा को लचीला बनाना है।
  • एक सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में निवेश करना
  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को डेवलप करना
  • बच्चों को पूरी तरह से भारतीय संस्कृति से जोड़ना
  • उत्कृष्ट स्तर पर रिसर्च करना
  • बच्चों को डिसिप्लिन में रहना सिखाना एवं सशक्तिकरण करना
  • शिक्षा की नीति में पूरी तरह से पारदर्शिता लाना
  • विभिन्न प्रकार की बच्चों को लैंग्वेज सीखना
  • बच्चों की सोच को क्रिएटिव एवं लॉजिकल करना

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का नया पाठ्यक्रम

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 के अंतर्गत पाठ्यक्रम को बहुत कम किया जाएगा। इतना ही पाठ्यक्रम स्टूडेंट का रखा जाएगा जो कि बहुत अनिवार्य है।

 इसी के साथ में क्रिटिकल थिंकिंग पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत टेक्नोलॉजी के माध्यम से जैसे टीवी चैनल ऑनलाइन बुक एप के द्वारा पढ़ाई सभी को ज्यादा बढ़ावा मिलेगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का विजन

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य भारत को एक ज्ञान महाशक्ति के रूप में बनाना है। जिससे कि समाज में भी हमारे में बदलाव आ सके और इसी योजना के माध्यम से सभी बच्चों की एजुकेशन में उच्च स्तर वाली शिक्षा उन सभी के लिए उपलब्ध करवाई जा सकेगी। 

इसके अलावा इस योजना के माध्यम से बच्चों के संवैधानिक मूल्यों देश के साथ जुड़ाव इत्यादि पर भी जोर दिया जा सकेगा। इस नीति के द्वारा बच्चों के अंतर्गत भारतीय होने की गर्व की भावना को भी डिवेलप किया जाएगा। 

इसके अलावा बच्चों के ज्ञान कौशल के आधार पर वह शिक्षा प्राप्त करेंगे। यह योजना शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होने वाली है।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत दी जाने वाली सुविधा

  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत सभी विद्यालयों में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मिड-डे-मील की गुणवत्ता ठीक की जा सकेगी। जिससे बच्चों को लंच बॉक्स नहीं लाना पड़ेगा और विद्यालय में पानी की सुविधा भी ठीक तरीके से उपलब्ध की जा सकेगी। बच्चों को वाटर बोतल भी इससे नहीं लानी पड़ेगी। इन सुविधाओं की वजह से बच्चों के स्कूल बैग का साइज भी कम हो पाएगा।
  • विद्यालय में क्लास का टाइम टेबल इस तरह से बनाया जाएगा कि बच्चों की बैग का वजन कम होगा और स्कूल में लगाई जाने वाली सभी किताबों का वजन पब्लिशर्स के द्वारा प्रिंट करवा दिया जाएगा। स्कूलों के द्वारा किताबों का चयन करते समय उनका वजन भी ध्यान में रखना अनिवार्य है।
  • नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत बच्चों की होमवर्क पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत दूसरी कक्षा तक के बच्चों को कोई होमवर्क नहीं मिलेगा।
  •  पहली और दूसरी कक्षा के छात्र बहुत छोटे होते हैं उन्हें इतनी देर तक बैठने की आदत भी नहीं होती है कक्षा तीन और चार पांचवी के बच्चों को हर हफ्ते में सिर्फ 2 घंटे का होमवर्क मिलेगा। कक्षा छठी से लेकर आठवीं तक के बच्चों को 1 घंटे का होमवर्क दिया जाएगा। और 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को 2 घंटे का होमवर्क प्रतिदिन दिया जाएगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के चार चरण

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को चार चरण डायवर्ट कर दिया है नए पैटर्न में 12 साल तक की स्कूली शिक्षा में 3 साल की फ्री स्कूल शिक्षा को शामिल किया है। न्यू नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में सरकारी प्राइवेट दोनों एजुकेशन संस्थान को इस नीति को फॉलो करना होगा।आइये जानते हैं..

फाउंडेशन स्टेज

फाउंडेशन स्टेज के अंतर्गत 3 से 8 साल तक के बच्चों को शामिल किया गया। इसमें 3 साल की प्रीस्कूल शिक्षा तथा 2 साल की स्कूल शिक्षा को शामिल किया है। ऑडिशन स्टेज के अंतर्गत लैंग्वेज स्किल और एजुकेशन के विकास पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

प्रिपट्रेरी स्टेज 

प्रिपट्रेरीस्टेज के अंतर्गत 8 साल से लेकर 11 साल तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा इसमें कक्षा 3 से 5 साल तक के बच्चे शामिल होंगे इस स्टेज में बच्चों की लैंग्वेज संख्यात्मक कौशल में विकास करना टीचर्स का प्रमुख देश रहेगा। इस स्टेज में बच्चों को क्षेत्रीय लैंग्वेज भी सीखाई जाएगी

मिडिल स्टेट

मिडिल स्टेट के अंतर्गत कक्षा 6 से 8 साल तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा कक्षा 6 से बच्चों को कोडिंग टीचर्स के द्वारा सिखाई जाएगी इसके अलावा उनको व्यवस्था एक परीक्षण के साथ-साथ इंटर्नशिप की शिक्षा भी दी जाएगी।

सेकेंडरी स्टेज

सेकेंडरी स्टेज के अंतर्गत कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा जैसे कि पहले 25 साइंस और कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम ले लिया करते थे लेकिन अब इसको खत्म कर दिया गया है आप बच्चे अपनी पसंद का कोई भी सब्जेक्ट ले सकते हैं बच्चे साइंस के साथ कॉमर्स का या फिर कॉमर्स के साथ आटर्स का भी सब्जेक्ट ले सकते हैं।

निष्कर्ष

आज हमने इस पोस्ट के माध्यम से “नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022” के बारे में पूरी जानकारी विस्तारपूर्वक बताई है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको जो भी जानकारी इस आर्टिकल के द्वारा बताई है वह आपको जरूर पसंद आएगी। अगर आप इसी तरह की जानकारियों से जुड़े रहना चाहते तो हमारी वेबसाइट पर कंटिन्यू बने रहिए और आपको हमारा यह लेख पसंद आया तो एक बार कमेंट करके जरूर बताये।