पढ़ने का डेली रूटीन कैसे बनाएं?

क्या इस बार आपका बोर्ड के पेपर है और आप अपने पेपर मे काफ़ी बढ़िया नंबर लाना चाहते हैं तो आपके लिए यह जानना आवश्यक है कि Study time table कैसे बनाए? ( Time table for Study for a student at home) यदि आपके पास एक स्टडी करने का टाइम टेबल का बहुत ज्यादा महत्व होता है ।

यदि आप घर में बैठ कर बेहतर ढंग से पढ़ना चाहते हैं स्कूल टाइम टेबल बना कर ही बच्चों को स्कूल में पढ़ाया जाता है तो समझ लो कि घर में पढ़ने के लिए टाइम्टैबल का होना बहुत ही आवश्यक है जैसे की – टॉपर्स का टाइमटेबल ( study time table for to toppers) होता है।

पढ़ने का डेली रूटीन कैसे बनाएं?

चाहे पढ़ाई हो या फिर किसी भी प्रकार का बिज़नेस भी स्थानों पर टाइमटेबल मैनेजमेंट काफी आवश्यक फैक्टर है आपके मन में ज्यादातर यह आता होगा कि यदि एक लड़का पढ़ने में इतना अधिक तेज है कैसे हैं और क्यों हर साल टॉपर बन जाता है इसके पीछे कोई जादू नहीं है बल्कि हार्ड वर्क तो होता ही है परन्तु इसके साथ ही साथ स्मार्ट वर्क भी बहुत आवश्यक होता है।

पढ़ने का डेली रूटीन कैसे बनाएँ?

क्या आप भी उन छात्रों में से एक है जो यह सोचते हैं की आप कल से पढ़ाई शुरू करेंगे और कल फिर यही सोचते हैं की अरे एक ही  दिन तो हुआ है एक दिन यदि नहीं पढ़ेंगे तो क्या परेशानी होगी अगले दिन से पढ़ाई शुरू कर लेंगे तो हम आपको बता दें कि इसी प्रकार की सोच रखने से आपको सफलता बिलकुल नहीं मिल सकती है।

और एक एक करके सभी दिन निकल जाएंगे फिर आप पाएँगे कि आपकी तैयारी तो कुछ भी नहीं हुई और एग्जाम का वक्त पास में आ गया है उस समय तो टेंशन होगी फिर उस टेंशन में आप पढ़ाई भी ढंग से नहीं कर सकते कोई भी ऐसा तो नहीं कर सकता कि एक महीने का खाना 1 दिन खा ले ।

तो 1 साल की पढ़ाई इतने कम वक्त में भी नहीं की जा सकती है यदि हम प्रत्येक दिन का रूटीन बना कर थोड़ा थोड़ा पढ़ाई करते हैं तो हमारा दिमाग भी उसको कैप्चर करता है जो हम पढ़ते है और लंबे समय के लिए हमारे दिमाग में सेट हो जाता है।

स्टडी करने का टाइम टेबल कैसे बनाएं?

  1. पढ़ाई के लिए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म गोल बनाए:- यहाँ पर हमने शॉर्ट टर्म तथा लॉन्ग टर्म के विषय में बताया है शॉर्ट टर्म यानी यह है कि मान लो आपका टेस्ट एक हफ्ते बाद है या फिर आपको किसी प्रेजेंटेशन को याद करना है तो उसके लिए आपको केवल 7 दिन बचे हुए हैं इस स्थिती में हम छोटे वक्त के लिए शेड्यूल तैयार करते हैं।

लॉन्ग टर्म का मतलब होता है की हम जब किसी एकेडमी ईयर की तैयारी करते हैं या फिर एक सेमेस्टर के लिए हमें पढ़ाई करनी होती है तो इस सूरत में हम एक ऐसा शेड्यूल बनाते है जिसे लंबे समय के लिए फॉलो करते हैं यदि आपको बोर्ड का पेपर देना है तो  आपको पूरे 1 साल के लिए शेड्यूल बनाना है और पूरे साल उसी टाइम टेबल को फॉलो करके पढ़ाई करना है।

  • सिलेबस के अनुसार सभी सब्जेक्ट का लिस्ट बनाएँ:- अब यहाँ बात यह आती है कि हमें पहला काम क्या करना है जिससे हम अपने टाइम टेबल वाले कार्य को शुरू कर सके तो आप जान लें कि सबसे पहले आपको एक लिस्ट बनानी होती है तथा अपने सभी विषयों को उस लिस्ट में लिखना होता है।

जब आप अपने सभी विषयों की लिस्ट तैयार कर लेते हैं जिनको आप को पढ़ना है तो अब आपको यह जानना है कि उनका सिलेबस क्या है उसमें क्या क्या टॉपिक पढ़ने है आपको किस विषय के लिए कौन से एक्स्ट्रा बुक की जरूरत है वह भी नोट कर ले और सारे टैक्स बुक और गाइड कलेक्ट करके रखें।

निष्कर्ष :- आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है की पढ़ने का डेली रूटीन कैसे बनाएं? तथा स्टडी करने का टाइम टेबल कैसे बनाएं? आज के इस पोस्ट से आपको अपने सभी काम का टाइम टेबल के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा उम्मीद है कि आप पोस्ट आपको पसंद आई होगी तो इससे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।