Prime Minister Anganwadi Scheme, प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना 2023

आज हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना 2023 के विषय में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक बताएंगे। वैसे तो आंगनवाड़ी के विषय में लोग सभी जानकारियां रखते ही होंगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिनको आंगनवाड़ी योजनाओं के विषय में जानकारी नहीं होती है। तो आज के आर्टिकल में हम आपको प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना 2022 के बारे में विस्तार पूर्वक वर्णन बताएंगे..

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना 2023 – आप सभी लोग जानते हैं कि भारत सरकार के द्वारा लोगों के हित के लिए जब बहुत ही योजनाओं का संचालन किया जाता है। उनमें से महिलाओं के हित को ध्यान में रखते हुए और बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए भी आंगनवाड़ी योजनाओं का संचालन किया गया है। यह सभी योजनाएं सभी राज्यों के द्वारा अलग-अलग निर्धारित की गई है।

भारत में दिन पर दिन बढ़ती हुई जनसंख्या और बच्चों के बढ़ते हुए कुपोषण को देखते हुए भारत सरकार के द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों के अस्तित्व को स्थापित करके एक अलग ही पहचान दिलवाई है, क्योंकि इन केंद्रों के माध्यम से गरीब वर्ग को सबसे ज्यादा फायदा मिल रहा है। गर्भवती महिलाओं को बच्चों को भोजन की किसी तरह की परेशानी का आंगनवाड़ी की वजह से सामना नहीं करना पड़ता क्योंकि बच्चों का और महिलाओं का भरण पोषण का पूरा ध्यान आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से रखा जाता है।

इस समस्या को देखते हुए भारत सरकार के द्वारा ही सन 1975 में आंगनवाड़ी केंद्र की शुरुआत की गई थी। इन केंद्रों की मदद से संपूर्ण भारत में कुपोषण का शिकार होने वाले सभी बच्चों को बहुत मदद मिल रही है, तो आइए आज हम आपको आंगनवाड़ी केंद्र क्या होते हैं? प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना से संबंधित सभी जानकारियां आपको देने जा रहे हैं….

क्या होते हैं “आंगनवाड़ी केंद्र”

आंगनवाड़ी केंद्र एक प्रकार के चाइल्ड एंड मदर केयर सेंटर के रूप में जाने जाते हैं, क्योंकि यहां पर विशेषकर महिलाओं का और उनके बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाता है। आंगनवाड़ी केंद्र एकीकृत बाल विकास सेवा केंद्र योजना का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जो कि भारत सरकार की एक योजनाओं के रूप में जानी जाती है।

 इस योजना को 2 अक्टूबर 1975 को लांच किया था यह भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। जो कि बच्चों को स्तनपान कराने वाली माताओं की सेहत के ऊपर ही केंद्रित की गई है। इस योजना का 90% खर्चा केंद्र सरकार के द्वारा और बाकी का 10% का खर्चा राज्य सरकार ही वहन करती है।

आंगनवाड़ी केंद्रों में अभी के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाता है। भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का ही यह बहुत महत्वपूर्ण इसका है। आंगनवाड़ी केंद्र में पोषण की शिक्षा के साथ-साथ पूर्ण विद्यालय गतिविधियो को भी शामिल किया गया है। आंगनवाड़ी केंद्रों में गर्भनिरोधक की भी सलाह देते हैं।

आंगनवाड़ी केंद्रों का मुख्य उद्देश्य 0 से 6 साल तक के बच्चों के पोषण की और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाने का उद्देश रखा गया है इन केंद्रों में बच्चों के मनोवैज्ञानिक शारीरिक सामाजिक विकास की नीव को मजबूत बनाने का कार्य किया जाता है। इन केंद्रों के द्वारा बाल विकास को ध्यान में रखते हुए सभी बच्चों को पढ़ाई के लिए भी प्रेरित किया जाता है।

किसी भी गर्भवती स्त्री के पोषण की जिम्मेदारी भी आंगनवाड़ी केंद्र पर ही अच्छे से होती है, जो भी गर्भवती महिला अपने पास के आंगनवाड़ी केंद्र में अपना नाम दर्ज करवाती है, तो सरकार की तरफ से उसको फ्री में राशन दिया जाता है। इसके अलावा उसके बच्चों का भी फ्री में टीकाकरण किया जाता है और स्वास्थ्य से संबंधित सभी सेवाओं का लाभ मिल जाता है।

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना के उद्देश्य

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना के उद्देश्य की जानकारी निम्न है

  • मृत्यु दर रोग कुपोषण जैसी बीमारी को कम करना।
  • 6 साल तक के बच्चों के पोषण की और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं की स्थिति में सुधार रखना।
  • मां को उचित पोषण और उचित स्वास्थ्य की उचित शिक्षा प्रदान करना।
  • बाल विकास को अधिक बढ़ावा देना

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना में उपलब्ध की जाने वाली सेवाएं

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों में उपलब्ध की जाने वाली सुविधाओं की जानकारी निम्न है…

  • 6 साल से कम आयु के बच्चों का टीकाकरण की सेवा
  • अभी गर्भवती महिलाओं के प्रसव से पहले की देखभाल की पूरी व्यवस्था और उनका टीकाकरण।
  • 15 से 45 साल तक की आयु की सभी महिलाओं के पोषण की स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था आंगनवाड़ी केंद्र पर।
  • गर्भवती महिलाओं के प्रसव से पहले की पूरी देखभाल शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं की प्रसव के बाद की देखभाल का कार्य।
  • नए-नए जन्म लेने वाले शिशुओं की तथा 6 साल से कम आयु के बच्चों की देखभाल का कार्य

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना के अंतर्गत आने वाली योजनाओं की जानकारी

प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना के अंतर्गत आने वाली भारत सरकार की तरफ से सभी योजनाओं की जानकारी निम्न है…

  • प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना

प्रधानमंत्री मातृ योजना भारत सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजना है इस योजना के अंतर्गत बच्चे को पैदा होने के बाद में आर्थिक सहायता राशि के रूप में मां को सरकार की तरफ से पैसे दिए जाते हैं यह पैसे महिला के बैंक अकाउंट में सरकार के द्वारा ट्रांसफर कर दिए जाते हैं इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य यह था कि महिला बच्चे के जन्म के बाद में अच्छे से आराम कर सके।

  • जननी सुरक्षा योजना

जननी सुरक्षा योजना को 12 अप्रैल 2005 को भारत के संपूर्ण राज्यों में और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू कर दिया था यह योजना भारत सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजना है। इस योजना का उद्देश्य यह है कि गर्भवती महिला अस्पताल में ही अपने बच्चे को जन्म दे इसके लिए ही इस योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के बारे में घर घर जानकारी पहुंचाने की जिम्मेदारी आंगनवाड़ी केंद्रों में काम करने वाली आशा वर्कर को दे रखी है। इसके अलावा सरकार की तरफ से ₹14 की आर्थिक सहायता भी महिला को दी जाती है।

  • मिशन इंद्रधनुष योजना

मिशन इंद्रधनुष योजना की शुरुआत जेपी नड्डा के द्वारा 2014 में की गई थी सरकार के द्वारा इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य केवल यह था कि जन्म देने वाली महिलाओं को और उनके बच्चों को संपूर्ण टीकाकरण की सुविधा दी जाए ताकि महिलाएं व बच्चे सुरक्षित रह सके। सभी टीकाकरण की वजह से बच्चों को महिलाओं को जानलेवा बीमारियों से भी बचाया जा सकेगा।

Conclusion

आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से प्रधानमंत्री आंगनवाड़ी योजना के विषय में जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि आपको जो भी जानकारी इस लेख के माध्यम से दी है। वह आपको जरूर पसंद आएगी। अगर आप इस तरह की जानकारियों से जुड़ना चाहते हैं। हमारी वेबसाइट कंटीन्यू विजिट कर सकते हैं। आपको यह लेख पसंद आया तो कमेंट करके जरूर बताएं।