Railway Driver Ki Salary Kitni Hoti Hai?

आज के इस काम्पिटिशन के दौर मे एक जहाँ ज्यादातर विद्यार्थियों का सपना सरकारी नौकरी की तरफ हैं, वही दूसरी ओर सबसे ज्यादा यह देखने को मिल रहा हैं। कि अत्यधिक विद्यार्थी उन सरकारी नौकरियों की तरफ रुख कर रहे हैं, जिनमे वेतनमान अधिक हैं। इनमे से एक भारतीय रेलवे का नाम भी सबसे ऊपर आता हैं। जी हाँ, 12वी करने के बाद डिप्लोमा या ITI पास हुए विद्यार्थियों के पास यह सबसे बेहतर विकल्प होता हैं, कि वो लोको पायलट का एग्जाम पास कर इंडियन रेलवे में ड्राइवर बन सकते हैं। 

Railway Driver Ki Salary Kitni Hoti Hai?

हालांकि, इंडियन रेलवे भारत का व विश्व के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में स्थान रखता हैं, ऐसे संस्थान में नौकरी पाना अपने आप मे एक अहम बात हैं। आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि एक रेल ड्राइवर की सैलरी कितनी होती हैं, व रेल ड्राइवर बनने के किये किन किन योग्यता का होना अनिवार्य हैं। तो चलिए बिना देरी किये शरू करते हैं, आज की इस पोस्ट को जिसमे रेल ड्राइवर बनने के विषय मे पर्याप्त जानकारी आपको दी जाएगी।

रेलवे ड्राइवर की सैलरी कितनी होती हैं?

भारतीय रेल ड्राइवर का वेतनमान उसके जोन व पद के अनुसार निर्धारित होता हैं। वर्तमान समय मे केंद्र सरकार के द्वारा निर्धारित सभी रेलवे पायलट को सातवे वेतन कमीशन के हिसाब से सैलरी मुहैया कराई जा रही हैं। जबकि हर एक जोन का वेतनमान चार्ट उनके हिसाब से विभाजित किया गया हैं। भारत मे नॉर्थरन रेलवे जोन का अपना एक अहम योगदान हैं,जिसके अंतर्गत लाखो कर्मचारी आते हैं। लोको पायलट की शरुआती सैलरी लगभग 20,000 ग्रडेपय के हिसाब से निर्धारित होती हैं, जिसके चलते इसमें ओवरटाइम व अन्य एडिशनल चार्जेज जुड़ कर ये 35000₹ से लेकर 45000₹ तक पहुच जाती हैं। 

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रेलवे ड्राइवर की यह सैलरी स्ट्रक्चर अन्य सभी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे आवेदकों को काफी प्रेरणा देती हैं, जिसके चलते ITI व डिप्लोमा पास विद्यार्थियों की रुचि इसमें अधिक होती हैं। पोस्ट में आगे बढ़ने से पहले जानते हैं, कि लोको पायलट बनने के लिए आपको क्या क्या योग्यता का मापदंड होना अनिवार्य हैं।

लोको पायलट बनने के लिए क्या योग्यता होनी अनिवार्य हैं?

भारतीय रेलवे के द्वारा आयोजित हर एक परीक्षा के लिए रिटेन एग्जाम देना अनिवार्य होता हैं, जिसके चलते लोको पायलट का एग्जाम होता हैं। यह एग्जाम मुख्य तौर पर 2 चरणों में विभाजित होता हैं जिसके क्लियर करने पर आवेदक को साइको टेस्ट में भी पास होना अनिवार्य होता हैं। सभी चरणों मे पास होने के बाद रेलवे द्वारा मेरिट लगाई जाती हैं, जो सफल हुए कैंडिडेट्स का डेटा व नाम सुनिश्चित करती हैं। अगर आप भी रेलवे में ड्राइवर बनने की इक्षा रखते हैं, तो परीक्षा देने से पहले आपको नीचे दी गयी कुछ महत्वपूर्ण बातो को ध्यान में रखना होगा।

  • सबसे पहले आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • आवेदक की आयु 18 वर्ष से लेकर 30 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
  • आवेदक ने 10वी या किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से ITI या डिप्लोमा किया हुआ हो।
  • आवेदक का मानशिक व शारीरिक सन्तुलन बिकुल स्पष्ट होना चाहिए।
  • मेडिकल फॉरमेट के अनुसार आवेदक की आंखे 6/6 होनी चाहिए।

साइको टेस्ट क्या होता हैं?

साइको टेस्ट एक तरह से मनोवैज्ञानिक टेस्ट होता हैं, जिसके अंतर्गत रेलवे की परीक्षा में पास हुए आवेदक का मानशिक संतुलन व इमरजेंसी में लेने वाले निर्णय की शक्ति को देखा जाता हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि एक लोको पायलट के कंधों पर हज़ारो यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती हैं। किसी भी विपरीत स्तिथि में पायलट कैसे नियंत्रण कर सकेगा, ऐसे सभी प्रश्नो को ध्यान में रखते हुए ड्राइवर का एक साइको टेस्ट होता हैं। हालांकि, रेलवे एग्जाम पैटर्न के अंतर्गत लिखित परीक्षा में भी रीजनिंग जैसे सवालो को हल करने के बाद ज्यादातर आवेदक इस परीक्षा में सफल हो जाते हैं। परंतु रेलवे पैटर्न के चलते यह अनिवार्य हैं।

भारतीय रेलवे में ड्राइवर बनने का सपना काफी विद्यार्थियों का होता हैं, जिसके चलते कुछ विद्यार्थी तो 10 के तुरंत बाद ITI में दाखिला लेकर इसकी तयारी में जुट जाते हैं। ऐसे में गतवर्षी में पूछे गए प्रश्नो को ध्यान में रखते हुए, शारीरिक मापदण्ड व मानशिक को मजबूत बनाकर रखना भी काफी महत्व रखता हैं। 

तो आशा करते हैं, आज की इस पोस्ट के माध्यम से आपको रेलवे ड्राइवर की सैलरी कितनी होती हैं इसके विषय मे पर्याप्त जानकरी मिली होगी, साथ ही साथ एक लोको पायलट बनने के किये क्या क्या करना होता हैं। इसका भी पूर्ण अनुमान हो गया होगा। अगर आप भी भारतीय रेलवे में ड्राइवर बनना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए मददगार साबित होगी। ऐसी ही महत्वपूर्ण पोस्टो को पढ़ने के लिए दिए गए लिंक्स पर क्लिक करके अधिक जानकारी ले सकते हैं।