रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है? Rakshabandhan Kyu Manaya jata hai?

क्या आप जानते हैं रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे मनाने का क्या कारण हो सकता है? रक्षाबंधन का नाम आते ही सबसे पहले सभी बहनों के चेहरों पर एक नदी प्रसन्नता झलक जाती है क्योंकि यह भाई और बहन के प्यार का प्रतीक वाला त्यौहार है क्योकि यह भाई और बहन का रिश्ता इतना पवित्र माना जाता है। रक्षाबंधन हमारे हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा त्यौहार है।

यह हमारे पूरे देश भर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसके अलावा जहां भी पूरे विश्व में हिंदू धर्म से जुड़े हुए लोग हैं। वह सभी इस त्यौहार को मनाते हैं। इस त्यौहार को मनाने के लिए आध्यात्मिक और ऐतिहासिक दोनों की तरह के महत्व जुड़े हुए हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं रक्षाबंधन है क्या? रक्षाबंधन का क्या अर्थ है ? इसको कैसे मनाया जाता है? आइए जानते हैं रक्षाबंधन पर्व के महत्व के बारे में…

आखिर होता क्या है रक्षाबंधन?

सबसे पहले आप सभी की जानकारी के लिए बता देते कि रक्षाबंधन आखिर है,क्या रक्षाबंधन भाई और बहन का त्यौहार है। रक्षाबंधन के दिन सभी बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी है, और उनकी लंबी उम्र की कामना करते हैं, इसलिए इस त्यौहार को पूरे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जहां भी हिंदू धर्म से जुड़े हुए लोग रहते हैं। वह पूरे हर्षोल्लास के साथ में मनाते हैं.

रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है? Rakshabandhan Kyu Manaya jata hai?

भाई और बहन की अच्छी बॉन्डिंग पूरी तरह से एक अलग प्रकार की होती है। दुनिया भर में भाई और बहन के रिश्ते को बहुत सम्मान दिया जाता है।भारत हमारी संस्कृति व संस्कारो की भूमि है, इसीलिए यहां हर रिश्ते की एक अलग पहचान दी है और अलग ही महत्व है। इसीलिए यहां हर त्यौहार को बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाते हैं

रक्षाबंधन का हिंदी अर्थ

दोस्तों अगर आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रक्षाबंधन का सही अर्थ क्या होता है रक्षाबंधन पर्व दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है रक्षा और बंधन। रक्षा का अर्थ “रक्षा प्रदान करना है” और बंधन का अर्थ एक प्रकार की डोर जो कि बहन भाई के रिश्ते को रक्षा प्रदान करें। और संस्कृत भाषा मे इसका अर्थ इस प्रकार से है “यह एक ऐसा बंधन माना जाता है जो रक्षा प्रधान करता है।” यह दोनों ही शब्द बहन और भाई की प्रतिक के लिए माने जाते हैं। रक्षा भाई के द्वारा की जाती है और बंधन बहन के द्वारा बांधा जाता है, दोनों शब्द एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।

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रक्षाबंधन क्यों मनाया गया

अक्सर सभी लोग यही जानते हैं कि यह रक्षाबंधन का त्यौहार सिर्फ सगे भाई बहनों का त्यौहार होता है, लेकिन ऐसा नहीं होता कि सिर्फ सगा भाई अपनी बहन के प्रति सही कर्तव्यों को निभाएं बल्कि यह त्यौहार उन सभी के लिए भी है जो स्त्री पुरुष या लड़के लड़की अपनी मर्यादा में रहकर सब कार्य करते हैं। और एक दूसरे के रिश्ते को सम्मानजनक मानते हैं उन रिश्तों के लिए भी यह त्यौहार मनाया जाता है।

रक्षाबंधन के दिन सभी बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधते भगवान से उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती है। उनकी पूजा करती हैं। इसके बदले सभी भाई अपनी बहनों को उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं,साथ में अच्छे-अच्छे प्रकार के गिफ्ट भी उनको देते हैं।

रक्षाबंधन मनाने के पीछे प्राचीन कारण

रक्षाबंधन बनाने के पीछे बहुत से प्राचीन कारण है, लेकिन सबसे प्रमुख कारण जो रक्षाबंधन की शुरुआत का था वह असुर सम्राट राजा बलि से इसकी शुरुआत हुई थी।राजा बली भगवान विष्णु के बहुत बड़े भक्त थे। भगवान ने वामन रूप अवतार लेकर राजा बलि से उनका संपूर्ण राज्य दान में मांग लिया था।

राजा बलि के पास जब कुछ देने के लिए नहीं था, तो उन्होंने अपने आप को भगवान के चरणों में समर्पित कर दिया। तब भगवान ने उसको एक बार मांगने के लिए कहा तब राजा बलि ने कहा कि आप हमेशा मेरे आंखों के सामने रहो, तभी से भगवान बामन राजा बलि के द्वारपाल बनकर उनके पास ही रह गए। ऐसे में लक्ष्मी माता बहुत परेशान हो गई। क्योकि भगवान विष्णु राजा बलि के यहां पर बंधक बने हुए हैं,तब माता लक्ष्मी राजा बलि को अपना भाई बनाया और भगवान विष्णु को उनके पास से लेकर बैकुंठ हमेशा के लिए चली गई।

तभी से इस त्यौहार की शुरुआत हुई ,क्योंकि माता लक्ष्मी ने राजा बलि के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा था। इसके अलावा रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के और भी बहुत से कारण हैं।

रक्षाबंधन का महत्व

हमेशा रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है। राखी का त्यौहार सावन के महीने में पड़ता है औऱ श्रावण में गर्मी से बारिश की शुरुआत हो जाती है। समुद्र भी इस महीने में बहुत शांत रहता है। इसके अलावा मछुआरे मछली पकड़ने की शुरुआत भी श्रावण मास की पूर्णिमा से ही करते हैं। किसान लोग अपने खेतों में बुवाई का काम भी श्रावणमास सही करते हैं। इसके अलावा ब्राह्मणों के लिए भी यह बहुत पवित्र दिन होता है, क्योंकि इस दिन वह अपनी जनेऊ को बदलते हैं

Conclusion

आज आपको किस आर्टिकल के द्वारा हमने “रक्षाबंधन पर्व क्यों मनाया जाता है’ इसके बारे में जानकारी दी है। इस आर्टिकल के द्वारा रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत कब हुई, कैसे मनाया जाता है, इसका क्या महत्व है।इन सभी बातों को इसमे समझाया है।

 उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई सभी जानकारियां पसंद आई होगी। इससे और अधिक जानकारी के लिए आप हमारे कमेंट सेक्शन में जाकर कमेंट करके पूछ सकते हैं।