शब्द के विषय में सभी जानते हैं कि हम जो बोलते हैं वह शब्द ही होते हैं इन्हीं शब्द कहा जाता है परंतु यदि हम व्याकरण की दृष्टि से देखें तो शब्द को भी परिभाषा होती है शब्दों को भी परिभाषित किया गया है आप जानते हैं।
की हिंदी व्याकरण के अनुसार शब्द किसे कहते हैं? शब्दों को जानने से पहले हमें वनों को जानना होता है हिंदी व्याकरण को समझने के लिए शब्दों को समझना बहुत ही आवश्यक होता है इसलिए यदि आप शब्द की परिभाषा और शब्द के भेद के विषय में जानना चाहते हैं तो हमारे इस पोस्ट को पूरा लास्ट तक ध्यान से जरूर पढ़ें।
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वर्ण किसे कहते है?
मनुष्य के मुँह से निकलने वाली सार्थक धोनी ऐसी धोनी को एक भाषा में परिभाषित किया जाता है उसके बाद इस ध्वनि को एक भाषा में परिभाषित किया जाता है उसके बाद इस ध्वनि को एक लिखित रूप में बनाने के लिए सभी ध्वनि का एक चिन्ह होता है।
इस चिन्ह को वर्ण कहते हैं यानी की वर्ण किसी भी भाषा की सबसे पहले इकाई है इसकी अधिक भागों में नहीं तोड़ा जा सकता है यहाँ अकेला ही होता है वर्णो के माध्यम से ही भाषा को लिखित रूप में परिभाषित किया जाता है।
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शब्द क्या है?
एक या एक से अधिक वर्णो से बनी हुई स्वतंत्र सार्थक ध्वनि ही शब्द कहलाती है जैसे एक वर्ण से निर्मित शब्द न (नही) व (और) अनेक वर्णो से निर्मित शब्द गमला, भारत, फू, भगवान ,जंगल, बादल आदि भारतीय संस्कृति में शब्द को ब्राहा भी कहा जाता है।
सार्थक शब्दों को मिलाकर एक वाक्य बनता है परिभाषा की नज़र से शब्दों अलग अलग प्रकार के होते हैं जिन्हें शब्दों के भेद कहते हैं शब्द के भेद के अनुसार ही शब्दों के विषय में ज्ञान होता है।
शब्द के भेद
परिभाषा के अनुसार तो सब अलग अलग प्रकार के होते हैं परंतु शब्दों की परिभाषा शब्द के अर्थ शब्द की रचना शब्दों के इतिहास विभिन्न भाषा में शब्दों के प्रयोग और शब्दों के इतिहास विभिन्न भाषा में शब्दों के अनुसार और शब्दों के प्रकरण में प्रयोग आदि के आधार पर शब्द की परिभाषा भी अलग अलग होती है सभी भाषा में शब्दों की परिभाषा अलग होती है इसलिए अलग अलग भाषाओं के आधार पर यह कहना तो आसान नहीं होता है कि शब्द कितने भेद होते हैं?
शब्दों के भेद दो प्रकार के होते हैं
- सार्थक = ऐसे शब्द जिसका कोई निश्चित अर्थ हो उन्हें सार्थक शब्द कहा जाता है यानी सार्थक शब्द वह शब्द होते हैं जिनका कोई मतलब होता है जिससे किसी भी विषय वस्तु आदि के विषय में पता चलता है वह सार्थक शब्द कहलाता है।
- निर्र्थक शब्द = वह शब्द जिनके वाक्य में प्रयोग होने करते तो समझ में आ जाता है परंतु उन शब्दों का वास्तविकता में कोई अर्थ नहीं होता ऐसे शब्दों को सार्थक शब्द कहते हैं निर्थरक शब्द वह शब्द होते हैं जो किसी अर्थ का बोध नहीं कराते है।
साधारण भाषा में जिससे शब्द का कोई अर्थ न हो उसे निराशा शब्द कहा जाता है प्रयोग सार्थक शब्दों के साथ किया जाता है जैसे -मीठा – वीठा, पानी वाणी, घर बार यहाँ जैसे बीठा वाणी वारां दिन यार थक शब्द है।
हाँ अकेले उपयोग करने से इनका कोई अर्थ नहीं होता परंतु सार्थक शब्दों के साथ बोल चाल के भाषण में उपयोग करने में इनका कोई अर्थ नहीं होता है।
निष्कर्ष = आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि शब्द किसे कहते हैं तथा वर्ण किसे कहते हैं? शब्द क्या है शब्द कितने प्रकार के होते हैं? उम्मीद मे यह पोस्ट आपको पसंद आई होंगी तो इसे अपने सोशल मीडिया पर दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।