वकील कितने प्रकार के होते है?

आज हम जानेगे कि वकील कितने प्रकार के होते हैं? तथा किस के आधार पर वकील को अलग अलग भागों में बांटा गया है सीधे तौर से बताया जाये तो वकील के अलग अलग प्रकार नहीं होते हैं बल्कि एक ही प्रकार का होता है कोई व्यक्ति जिसने वकालत की शिक्षा पूरी ले ली हो वकील बनने के लिए अन्य जरूरी प्रक्रिया पूरी कर ली हो वह वकील कहलाता है।

वकील कितने प्रकार के होते है?

वकील कितने प्रकार के होते हैं?

वकालत में अपना भविष्य बनाने के पश्चात वह व्यक्ति यह निर्धारित करता है कि उसे वकालत के क्षेत्र में स्पेशलिस्ट बनना है शुरुआत में एक वकील हर प्रकार के केस लेता है और लड़ता है कुछ समय बाद यह देखते हुए कि उसके पास किस तरह के केस अधिक आ रहे है।

या फिर वही किस प्रकार के केसों को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं वह व्यक्ति किसी क्षेत्र के इस स्पेशलिस्ट बनने का निर्धारण करते हैं कोई व्यक्ति जिसने वकालत में अपना करियर शुरू किया अगर उसके पास क्रिमिनल केस अधिक आते हैं या क्रीम कलर के शेष में वह अधिक इंटरेस्टेड है।

तो उसने उस क्षेत्र में रिसर्च की होती है तो वह एक क्रिमिनल लायर बनता है इसी प्रकार सिविल क्षेत्र से जुड़े केस लड़ने वाले वकील सिविल लायर बनते हैं वकील के प्रकार नीचे दिए गए हैं-

  • सरकारी वकील
  • निजी दलाल
  • वरीष्ठ वकील
  • वयोवृद्ध वकील
  • परिवार का दलाल
  • रिपोर्ट वकील
  • जिला और अनुवादक वकील

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सरकारी वकील की फीस कितनी होती है?

इससे सुनेरो के बड़े वकील एक पेसी के लिए लेते है 10-20 लाख रुपे इसके उलट बड़े वकील एक मामले में बहस करने के लिए लाख रुपये से ₹5,00,000 थी इस लेते हैं यदि बात अभिषेक मनुसिंघवी,कपिल सिब्बल मुकुल जा हरीश साल्वे जैसे अनुभवी बड़े वकीलों की फीस 10,00,000 से ₹20,00,000 तक होती है।

वकील बनने की पढ़ाई

अगर आपने वकील बनने का सोच लिया हैं तो आपको हम बता दें कि सबसे पहले आपने यह देखना ही होगा कि आप इस कोर्स को 12 वीं के बाद शुरू कर देते हैं या फिर ग्रैजुएशन के बाद अगर आप 12 वीं की बाद इस कोर्स को करेंगे।

तो आपको 5 साल का समय लगेगा इस कोर्स को करने में और अगर ग्रैजुएशन के बाद करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 2 साल का वक्त लगता है जब आप यह तय कर लें कि आपको कितने वर्षीय कोर्स में दाखिला लेना है तो उसके बाद आपको अपनी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करनी होगी ।

इस प्रवेश परीक्षा को मतलब की “कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट”  के नाम से जाना जाता है बता दें कि इस परीक्षा में यदि आप पास हो जाते हैं तो फिर आप वकालत की पढ़ाई कर सकेंगे साथ ही आपको इस बात की जानकारी भी दें।

कि इस पेपर में आपसे गणित, इंग्लिश, लॉजिकल रीज़निंग, सामान्य ज्ञान आदि से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जाते हैं इसके अलावा आपको जानकारी दे रहे हैं कि कॉमन एडमिशन लो टेस्ट प्रवेश परीक्षा के अलावा भी कुछ दूसरे संस्थान ऐसे हैं जो यहाँ से वकालत की शिक्षा करवातें है।

यह सभी कॉलेज लॉ स्कूल एडमिशन काउंसलिंग के अंत तक आते है जैसे सिम्बायोसिस लॉ कॉलेज, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली और जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल आदि इन सभी कॉलेज से आप प्रवेश परीक्षा देने के बाद अपनी पढ़ाई शुरू करें के वकील बन सकते हैं।

LLB का फुल फॉर्म

एक सफल वकील कैसे बनते हैं यह बताने से पहले हम आपको LLB का फुल फॉर्म क्या होता है यह बता देते है इसका फुल फॉर्म Legume Baccalaureus ” है जोकि एक letin भाषा का शब्द है  वहीं वर्तमान के वक्त में इससे आम तौर पर बैचलर ऑफ लॉयर्स के नाम से भी जाना जाता है।

निष्कर्ष = आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है कि वकील कितने प्रकार के होते हैं तथा वकील क्या है और सरकारी वकील की फीस कितनी होती है, एल बी की फुल फॉर्म क्या होती है उम्मीद है यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।