भारत सरकार के द्वारा सभी टोल प्लाजा ऊपर टोल कनेक्शन में होने वाली अनेक परेशानियों से निबटने के लिए सरकार के द्वारा राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया इलेक्ट्रॉनिक टोल कनेक्शन सिस्टम की शुरुआत की गई है। यह fastag की स्कीम हमारे देश में सबसे पहले 2014 में शुरू की गई थी आज इस स्कीम पर पूरे देश में कार्य किया जा रहा है।
फास्टैग में टोल टैक्स देने के दौरान होने वाली परेशानियों से भी आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा fastag क्या होता है, फास्टैग का फुल फॉर्म हिंदी में क्या है, यह किस तरह से काम करता है, fastag किस तरह से खरीदा जाता है, इन सभी के बारे में जानकारी इस आर्टिकल के द्वारा देने जा रहे हैं…

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Fastag क्या है?
भारत में बड़े-बड़े राष्ट्रीय राजमार्ग बने हुए हैं। इन सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर आए दिन ट्रैफिक की समस्या देखने को मिलती हैं, क्योंकि बड़ी भारी संख्या में यातायात के साधनों की आवाजाही इन राजमार्गों पर देखने को मिलती है। ऐसे में प्रत्येक वाहन से कैश टोल राशि प्राप्त करना सरकार के लिए बहुत मुश्किल होता जा रहा है।
ऐसे में भारत सरकार के द्वारा फास्टट्रैक की इस प्रक्रिया को शुरू किया गया है। ताकि सीधे ही वाहन मालिकों से ही कैशलेस राशि प्राप्त कर बिना किसी देरी के एक एक वाहन से टोल की राशि को आसानी से प्राप्त किया जा सके। सरकार के द्वारा सभी चार पहिया वाले वाहन चालकों के लिए फास्टैग अनिवार्य कर दिया है। फास्टैग को लगाने से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। उसके बाद ही यह आपके साधन के लिए जारी कर दिया जाएगा।
Fastag प्रक्रिया की शुरुआत
Fastag प्रक्रिया को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जी ने 15 जनवरी से सभी वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया है। fastag प्रक्रिया का पालन करते हुए सभी वाहन मालिकों को15 जनवरी से डिजिटल फास्ट टैग द्वारा टोल का भुगतान करना पड़ेगा। भारत सरकार लगातार कैशलेस सिस्टम को बढ़ावा दे रही है, और Fastag प्रक्रिया इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
Fastag कैसे काम करता है
फास्टैग हमेशा आपके वाहन की विंडो स्क्रीन पर लगाया जाता है।इसके अंदर इस तरह की रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन लगी होती है। जो जैसे ही आपकी गाड़ी टोल प्लाजा के पास से गुजरती है, तो टोल प्लाजा पर लगा हुआ सेंसर आपके वाहन की विंडो स्क्रीन पर लगे हुए फास्टैग के संपर्क में आते ही तुरंत बिना रुके टोल प्लाजा पर लगने वाले शुल्क को ऑटोमेटेकली काट देता है। ऐसे में आपका वाहन वहां पर रुकता भी नहीं है।
लंबा ट्रैफिक जाम नहीं होता और आसानी से यह प्रक्रिया हो जाती है। वाहन में लगाइए टैग आपके प्रीपेड खाते से एक्टिव होने के बाद में ही अपना काम करना शुरू कर देता है। अगर आपके फास्टैग अकाउंट में पैसे खत्म हो जाते हैं, तो इसके लिए आपको वापस से इसमें रिचार्ज करवाना पड़ता है। फास्टैग की वैलिडिटी केवल 5 साल के लिए होती है। 5 साल के बाद में फास्टैग को वापस से बनवाना पड़ता है।
Fastag कार्ड का रंग निर्धारण-
फास्टैग कार्ड का रंग निर्धारित किया गया है। विभिन्न वाहनों के लिए भिन्न-भिन्न रंगो की टैग NHAI के मुताबिक कार, जीप, वेन के लिए नीले रंग का फास्टैग निर्धारित किया गया है। हल्के कमर्शियल वाहनों के लिए लाल, पीला रंग बस के लिए हरा वह पीला रंग मिनी बस के लिए संतरी रंग निर्धारित किया गया है।
फास्टैग के लाभ
(Benefits of fastag)
समय की बचत- फास्टैग सरकार द्वारा सभी वाहनों पर अनिवार्य कर दिया जाता है, तो इससे टोल कर्मचारियों का भी समय बचता है, वाहनों की लंबी लाइनों की वजह से जो लोगों को असुविधा होती है, उससे छुटकारा मिल जाता है।
प्रदूषण नियंत्रण में सहायक
यदि सभी वाहनों में फास्टैग की सुविधा अनिवार्य कर दी जाती है, तो जल्दी से सेंसर के द्वारा टोल का भुगतान कर आगे बढ़ सकते हैं। इससे वहां बहुत देर तक खड़े वाहनों के धुएं से जो प्रदूषण होता है, उस पर नियंत्रण किया जा सकता है।
उचित टोल संग्रह
यदि सभी वाहनों पर फास्ट टैग अनिवार्य कर दिया जाता है तो सरकार सभी वाहनों से उचित टोल संग्रह कर सकती है। प्रत्येक वाहन अपना उचित टोल चुका कर ही वहां से जा पाएगा। फास्टैग अनिवार्य करने से सरकार के राजस्व विभाग में दिन दुगनी रात चौगुनी वृद्धि होगी। वह सभी वाहनों से उचित टोल लिया जा सकेगा।
कैशबैक ऑफर्स
वाहन चालकों को फास्टैग द्वारा टोल की राशि भुगतान करने पर कैशबैक ऑफर्स भी देकर आकर्षित किया जा रहा है। इन ऑफर्स की तरफ आकर्षित होकर भी वाहन चालक फास्ट टैग की तरफ आकर्षित होंगे।
एसएमएस अलर्ट सुविधा
वाहन चालकों द्वारा फास्टैग द्वारा भुगतान करने पर उनके मोबाइल फोन पर तुरंत एसएमएस अलर्ट की सुविधा भी प्राप्त हो जाती है। जिससे आप अपने खाते में भुगतान की गई राशि तुरंत लिखित रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
नियम तोड़ने वालों के लिए सख्त कार्रवाई
सरकार द्वारा लगाई गई फास्टैग के द्वारा निश्चित राशि भुगतान न करने पर राशि से डबल जुर्माना देना होगा।
Conclusion
आज हमने आपको इस आर्टिकल के द्वारा fastag क्या होता है। इसके बारे में जानकारी प्रदान की है, उम्मीद है, आपको यह सब जानकारी पसंद आई होंगी इससे और अधिक अन्य जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रह सकते हैं या कमेंट बॉक्स में जाकर इस जानकारी के लिए कमेंट करके बता सकते हैं।