What is the scientific name of goldfish गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है

आज हम किस आर्टिकल के द्वारा गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है। इसके बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। क्या आप गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम जानने के इच्छुक हैं तो बने रहिए आप हमारे आर्टिकल पर ताकि आपको सभी जानकारी गोल्डफिश के बारे में सही ढंग से प्राप्त हो सके…

गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम बहुत कम लोगों को पता है गोल्डफिश को सुनहरी मछली भी कहा जाता है। क्या आप जानना चाहते हैं कि गोल्डफिश कितने प्रकार की होती है? और गोल्डफिश के साइंटिफिक नाम क्या है? इसकी उत्पत्ति कैसे हुई? तो आप इन सभी जानकारियों को सही ढंग से अगर प्राप्त करना चाहते हैं तो आज आप एकदम सही जगह पर आए हैं।

 क्योंकि आज के इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको बताएंगे कि गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है? कितने प्रकार की होती है इसका आकार कैसा होता है कितने बड़े आकार की यह मछली होती है और इस मछली के लिए रहने को कौन सा वातावरण सही रहता है इन सभी के बारे में जानकारी आपको विस्तार से इस पोस्ट के द्वारा बताएंगे…

गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है

सबसे पहले आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है? क्योंकि गोल्डफिश के नाम से तो पता चल ही रहा है कि यह एक मछली है लेकिन इसका साइंटिफिक नाम क्या होता है। इसके बारे में लोगों को कम जानकारी है।गोल्डफिश देखा जाए तो एक तरह से मछली ही होती है 

 और इसकी उत्पत्ति आज से लगभग 17 साल पहले चीन में हुई थी और गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम “carassius auratus” होता है। गोल्डफिश की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि इसके जो अट्रैक्टिव कलर होते हैं। इसकी वजह से इसको गोल्ड किसके नाम से ही जाना जाता है।

 मुख्य रूप से तो इस पर मछली में दो कलर पाए जाते हैं लाल रंग और दूसरा नारंगी रंग।इन दोनों कलर की वजह से ही गोल्डफिश देखने में लोगों को अपनी तरफ इतना आकर्षक कर लेती है कि इनकी सुंदरता की वजह से आज संपूर्ण विश्व में गोल्डफिश बहुत प्रसिद्ध है।

गोल्डफिश को गोल्डन क्रोशियन कार्प के नाम से भी जानते हैं। इस मछली को हिंदी में सुनहरी मछली कहते हैं सुनहरी मछली इसलिए कहा जाता है। क्योंकि जो लाल और पीले रंग की इसके ऊपर सजावट होती है। उसको देखने के बाद ही इसका रंग सुनहरा सा प्रतीत होता है। खास बात यह है कि यह मछली सुनहरे रंग की सजावट की वजह से भी पूरी दुनिया में बहुत ज्यादा पॉपुलर है।

गोल्डफिश का साइंटिफिक नामकारस्सिउस औरतुस
Goldfish ka scientific nameCarassius auratus
हिंदी नामसुनहरी मछली
जीवित रहने तक का समय10 से 15 साल
जातिकैरासियस
निवास मीठा पानी
वजनअधिकतम 4.5kg
लंबाई45cm
Ph रेंज6.5 से 8.5
भोजनशैवाल, लार्वा, किट आदि समुद्री जीव

गोल्डफिश के प्रकार

अधिकतर लोग गोल्डफिश को एक ही तरह की मानते हैं क्योंकि गोल्डफिश नाम एक ही है तो उसके प्रकार के बारे में नहीं जानते लेकिन आपको बता दें कि गोल्ड की एक तरह की नहीं होती है गोल्डफिश की बहुत सी जातियां होती हैं और कई प्रकार की है आपको कुछ प्रजातियों के नाम इस प्रकार है..

  • Common goldfish ( कॉमन गोल्डफिश)
  • Shubunkins goldfish
  • Comet गोल्ड फिश
  • Ranchu गोल्डफिश
  • Telescope goldfish
  • कैलिको गोल्डफिश
  • Bubble goldfish
  • Fantail goldfish
  • Lionhead goldfish
  • Butterfly गोल्डफिश
  • Veiltail goldfish
  • एग-gish गोल्डफिश
  • Oranda गोल्डफिश
  • Pompom goldfish

गोल्डफिश का आकार

गोल्ड फिश एक्वेरियम में रहने वाली मछलियों की तरह होती है इसकी लंबाई 8 इंच कि लगभग होती है और 23 सेंटीमीटर पर ज्यादा से ज्यादा इसकी लंबाई बढ़ सकती है कई प्रकार के कलर में आपको गोल्डफिश देखने को मिलेगी जैसे लाल काला नारंगी सफेद बैंगनी नीला आदि।

इन सभी कलर में आप कौन किसको देख सकते हैं। इसके चलने से यह मछली बहुत ही आकर्षक और सुंदर दिखाई देती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यही मछली पहली बार चीन में पाली गई थी। इस मछली का सेवन खाने के लिए नहीं किया जाता है। अधिकतर लोग इस मछली को पालना ज्यादा पसंद करते हैं। ताकि उनका घर ज्यादा खूबसूरत दिखता सके।

गोल्डफिश के रहने के लिए वातावरण

गोल्ड फिश मछली मुख्य रूप से सामान्य सभा वाली मछली होती है इस मछली में ज्यादा चंचलता नहीं होती है। यह मछली एकदम शांतिप्रिय सभाव वाली होती है। और गोल्ड फिश की उम्र भी 6 साल तक की ही होती है गोल्डफिश की कुछ प्रजातियां ऐसी हैं जिनकी आयु 6 साल से ज्यादा तक की भी होती है।

गोल्डफिश अधिकतर साकाहारी होती है। लेकिन कुछ प्रजातियां मांसाहारी भी पाई जाती है। और यह मछली मीठे पानी के अंदर रहती हैं। कुछ मछलियां इसकी खारे पानी में भी रहती है। जिस पानी में रहती है उस पानी के तापमान में कोई बड़ा बदलाव अगर हो जाता है, तो यह मछली मर भी सकती हैं।

गोल्डफिश के लिए पानी का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से लेकर 26 डिग्री सेल्सियस तक रहना चाहिए। सबसे सही तापमान इन मछलियों के लिए यही रहता है। अगर पानी का तापमान इस से कम या ज्यादा हो जाता है, तो इन मछलियों के जिंदा रहने की संभावना नहीं होती है। अर्थात मछलियों के मर जाने की समस्या ज्यादा बनी रहती है।

निष्कर्ष

आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को “गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है” इसके बारे में जानकारी प्रदान की है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको जो भी इंफॉर्मेशन लेख में दी है। वह आपको जरूर पसंद आएगी। अगर आप चाहते हैं कि आपको इसी तरह की जानकारियां मिलती रहे तो आप हमारी वेबसाइट पर कंटीन्यू बनी रहे और आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा तो आप इसको कमेंट सेक्शन में जाकर बता सकते हैं।